Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Aug, 2017 12:53 PM
जाको राखे साइयां मार सके न कोई ऐसा ही वाकया बस्सी पठाना की अनाज मंडी में एक झोंपड़ी में रहने वाले अधेड़ आयु के बुजुर्ग के साथ हुआ।
बस्सी पठाना (राजकमल) : जाको राखे साइयां मार सके न कोई ऐसा ही वाकया बस्सी पठाना की अनाज मंडी में एक झोंपड़ी में रहने वाले अधेड़ आयु के बुजुर्ग के साथ हुआ।
इस संबंधी जानकारी देते हुए नगर कौंसिल के अध्यक्ष परविन्द्र सिंह सल्ल, पार्षद रजनी बाला व पार्षद मोहन लाल सप्पल ने बताया कि वे 15 अगस्त को अनाज मंडी में आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस समागम के सफाई प्रबंधों का जायजा ले रहे थे कि अचानक उनकी नजर एक झाडिय़ों में बनी झोंपड़ी पर पड़ी।
जैसे ही उन्होंने वहां जाकर देखा तो एक अधेड़ आयु का बुजुर्ग जोकि एक आतंकी बैल के हमले से घायल हो गया था, गत कई दिनों से गंदगी भरे माहौल में भुखमरी व झोंपड़ी में किसी के आने के इंतजार में अंतिम घडिय़ां गिन रहा था। उक्त पार्षदों ने बताया कि उनके द्वारा तुरंत यह मामला सिविल अस्पताल के एस.एम.ओ. गुरमहिन्द्र सिंह के ध्यान में लाया गया और उक्त बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती करवा उसका इलाज करवाया गया।
अस्पताल में उपचाराधीन बुजुर्ग ने अस्पताल में दाखिल करवाने वाले पार्षदों का धन्यवाद करते हुए बताया कि 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के कारण ही उसकी जिंदगी बची है। अगर यह दिन न आता तो किसी ने भी सफाई करने नहीं आना था और वह झोंपड़ी में ही मर जाता।