Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jul, 2017 09:12 AM
चीन जिस तरीके से हमारे देश का हर तरह से अहित कर रहा है उसकी इस भारत विरोधी नीति का इलाज, उसके सामान का बहिष्कार है।
जालंधर (पाहवा): चीन जिस तरीके से हमारे देश का हर तरह से अहित कर रहा है उसकी इस भारत विरोधी नीति का इलाज, उसके सामान का बहिष्कार है। सामरिक रूप से देश की सेना उसे उपयुक्त जवाब देने को सक्षम है और आॢथक क्षेत्र में उसका मुकाबला हमें सामाजिक एकजुटता से करना होगा। ये विचार अशोक गुप्ता विभाग प्रभारी ने स्वदेशी जागरण मंच की ओर से 1 से 21 अगस्त तक चलाए जाने वाले स्वदेशी सुरक्षा अभियान की जानकारी देते हुए व्यक्त किए।
श्री गुप्ता ने इस दिशा में समाज से सहयोग की अपील की है। प्रैस कान्फ्रैंस दौरान आर.पी. सिंह ने कहा कि स्वदेशी की अवधारणा भारत की प्राचीन परम्परा रही है। किसी समय हम केवल स्थानीय स्तर पर तैयार होने वाले सामान का ही प्रयोग करते थे। इससे हमारे कुटीर उद्योग, स्थानीय लोगों द्वारा चलाए जाने वाले छोटे-बड़े धंधे, उन पर निर्भर रहने वाले हमारे लोग संपन्न थे। इसी कारण हमारे गांव और हमारा देश स्वावलंबी था, परंतु जैसे-जैसे विदेशों में बनने वाली अनावश्यक वस्तुओं का प्रचलन बढ़ा उससे हमारा स्वदेशी अर्थतंत्र बुरी तरह से प्रभावित हुआ तथा बेरोजगारी बढ़ी। हम स्वदेशी व स्थानीय स्तर पर बनने वाले सामान का प्रयोग कर देश की बहुत बड़ी आॢथक समस्या का समाधान कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान जिले में 35,000 परिवारों से संपर्क स्थापित किया जाएगा। विभिन्न संगठनों के कार्यकत्र्ता लोगों से संपर्क कर उन्हें चीन से मिल रही चुनौती के बारे में जानकारी देंगे। जिले में 2000 पारिवारिक बैठकों का आयोजन किया जाएगा। जिले में 70 स्कूलों व 22 कालेजों में संपर्क स्थापित करने की योजना है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी की सफलता के लिए युवा वर्ग का आगे आना व उसका सहयोग जरूरी है क्योंकि इसी वर्ग ने भविष्य में अपने परिवारों व समाज की बागडोर संभालनी है। स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकत्र्ता विभिन्न स्थानों पर सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित कर देश को चीनी सामान के खतरों, चीन की रणनीति व उससे मुकाबला करने के तरीकों तथा स्वदेशी के लाभ इत्यादि विषयों पर जानकारी देंगे।