Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Dec, 2017 11:21 AM
पंजाब में हुए 3 निगमों में मेयर के चयन के लिए सबसे ज्यादा कशमकश मुख्यमंत्री के अपने शहर पटियाला में चल रही है। इसे विराम देने के लिए वह 25 दिसम्बर को दोपहर के बाद चंडीगढ़ में प्रत्येक पार्षद का पक्ष सुनकर पटियाला के मेयर का फैसला कर लेंगे और नए साल...
पटियाला(मनदीप जोसन): पंजाब में हुए 3 निगमों में मेयर के चयन के लिए सबसे ज्यादा कशमकश मुख्यमंत्री के अपने शहर पटियाला में चल रही है। इसे विराम देने के लिए वह 25 दिसम्बर को दोपहर के बाद चंडीगढ़ में प्रत्येक पार्षद का पक्ष सुनकर पटियाला के मेयर का फैसला कर लेंगे और नए साल के चढ़ते ही पटियाला को नया मेयर मिल जाएगा।
पटियाला शहर में 45 प्रतिशत के लगभग आबादी पर शहरी सिख काबिज हैं, इसलिए सिख नेता के तौर पर योगिन्द्र सिंह योगी और हिंदू नेता के तौर पर संजीव बिट्टू ही मोती महल की पहली पसंद हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के पटियाला जिले की कमान हमेशा ही उनकी पत्नी महारानी परनीत कौर के पास रही है और कैप्टन अमरेन्द्र सिंह इस संबंधी महारानी परनीत कौर के साथ अलग बैठकें करेंगे तथा मेयर का लिफाफा महारानी परनीत कौर को सौंप देंगे। इसके बाद नए साल के चढ़ते ही पटियाला को नया मेयर मिल जाएगा।
कांटों की सेज है मेयर की कुर्सी
पटियाला के मेयर की कुर्सी इस वक्त कांटों की सेज है। सी.एम. सिटी होने के कारण पटियालवियों को नए कांग्रेसी मेयर से बहुतज्४यादा उम्मीदें होंगी परन्तु क्या नया मेयर यह सब कुछ कर पाएगा, यह अब समय ही बताएगा।निगम इस वक्त वित्तीय संकट में से गुजर रहा है और निगम में वेतन देने के लाले पड़े हुए हैं।
2 दशकों से शहर की प्रमुख मांगें जिनमें कनाल बेस्ड प्रोजैक्ट भाखड़ा से पानी लाकर पटियाला शहर को देना, डेयरी प्रोजैक्ट के अंतर्गत शहर की डेरियों को बाहर निकालना, सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट, गार्वेज डम्प को शहर से बाहर ले जाकर सोल्ड वेस्ट मैनेजमैंट प्रोजैक्ट लगाना, शहर पटियाला का बस स्टैंड शहर से बाहर निकालना, सिटी बस प्रोजैक्ट चलाना, शहर वासियों को बाढ़ से बचाने के लिए बड़ी और छोटी नदी को पक्काकरने के साथ-साथ शहर से गुजरते छोटे गंदे नालों की सफाई का हल करना, शहर में लगातार बढ़ रही ट्रैफिक का ठोस हल करने आदि दर्जनों मुद्दे कांग्रेसी मेयर की गले की हड्डी बनेंगे जिन का हल करना मेयर के लिए जरूरी होगा।
सीनियर डिप्टी मेयर ब्रह्म महिन्द्रा के खाते में होगा
पटियाला निगम में 2 विधानसभा हलके पटियाला शहरी और पटियाला देहाती आते हैं। शहरी हलके से कैप्टन अमरेन्द्र सिंह चुनाव जीते हुए हैं और इस हलके में निगम के कुल 60 वार्डों में 32 वार्ड आते हैं। जबकि 25 वार्ड पटियाला देहाती हलके में आते हैं और 3 वार्ड हलका सनौर में आते हैं। पटियाला देहाती में पंजाब के सीनियर कैबिनेट मंत्री ब्रह्म महिन्द्रा चुनाव जीते हुए हैं। कांग्रेस की तरफ से बांट अनुसार सीनियर डिप्टी मेयर का फैसला ब्रह्म महिन्द्रा पर छोड़ा गया है जो अपने 25 पार्षदों में से सीनियर डिप्टी मेयर का नाम मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। इस तरह हलका सनौर के इंचार्ज हरिन्द्रपाल सिंह हैरीमान ने भी अपने 3 पार्षद जीतने के कारण डिप्टी मेयर पर पदों की विनती महारानी परनीत कौर को की है।
डिप्टी मेयर बनेगी महिला पार्षद
कांगे्रस के सूत्र स्पष्ट कर रहे हैं कि शहर में डिप्टी मेयर का पद महिला पार्षद को जाएगा। इस संबंधी कांग्रेसी हाईकमान ने फैसला कर लिया है। डिप्टी मेयर मोती महल के खाते में आएगा या फिर पटियाला देहाती ब्रह्म महिन्द्रा के खाते में से, इसका फैसला होना अभी बाकी है।
अकाली दल भी हमेशा शहरी सिख पर खेलता रहा है मेयर का दांव
शिरोमणि अकाली दल भी हमेशा मेयर पद के लिए शहरी सिख पर दांव खेलता रहा है और अकाली दल के तीनों मेयर शहरी सिख रहे हैं। कांग्रेस ने पहली बार ङ्क्षहदू नेता विष्णु शर्मा को मेयर बनाया था और विष्णु शर्मा भी इस वक्त अकाली दल में ही हैं।
सिखों और हिंदुओं का बैलेंस रखना चाहता है मोती महल
पटियाला निगम के मेयर के लिए शहरी सिख योगिन्द्र सिंह योगी और हिंदू नेता संजीव बिट्टू 2 प्रमुख दावेदार हैं परन्तु इसके अलावा आधा दर्जन अन्य नेता मेयर के लिए कोशिश कर रहे हैं। इनमें सीनियर पार्षद नरेश दुग्गल, कृष्ण चंद बुद्धू, हरविन्द्र सिंह निप्पी के नाम शामिल हैं। वास्तव में मेयर सिर्फ एक मोहरा है। मेयर को बनाने वाले बड़े कांग्रेसी नेता अपने-अपने ग्रुप को मजबूत करने के लिए भागदौड़ कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव सिर पर होने के कारण मोती महल पटियाला में सिख-हिंदुओं दोनों का ही बैलेंस रखना चाहता है, जिस कारण मोती महल भी हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहा है।