Edited By Updated: 04 Dec, 2016 12:36 PM
नैशनल हाईवे नं. 9 पर पड़ता लम्बी विधानसभा हलका देखने में आम गांव ही लगता है। भटिंडा से लम्बी आने पर यह गांव बादल जैसा लगता है।
लम्बी(जटाना): नैशनल हाईवे नं. 9 पर पड़ता लम्बी विधानसभा हलका देखने में आम गांव ही लगता है। भटिंडा से लम्बी आने पर यह गांव बादल जैसा लगता है। आने वाले लोग बादल को ही लम्बी हलका समझते हैं। इसका कारण ज्यादातर विकास बादल में ही हुआ है। विकास की नजर से न तो अभी तक यहां कोई उद्योग लगा है और न ही कोई बड़ा प्रोजैक्ट जिससे रोजगार के द्वार खुल सकें। फिर भी मुख्यमंत्री की तरफ से बादल में करवाए गए विकास लोगों के मलाल पर भारी हैं।
मुख्यमंत्री का दावा
मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का कहना है कि यह हलका ग्रामीण होने की वजह से यहां विकास के बहुत से कार्य होने वाले हैं। इस हलके में कोई ऐसा गांव नहीं जहां विकास के काम न किए हों। कई गांवों में आर.ओ. व स्ट्रीट लाइटें लगवाई गई हैं। कांग्रेस के शासन में गांवों में कुछ भी कार्य नहीं किए गए, बल्कि घोषणाएं ही होती रहीं। हलके में1440 करोड़ से स्कूल, कॉलेज, अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम, पैरा मैडीकल और आई.टी.आई. कॉलेज बनाए गए हैं।
वायदे
पिछले काफी समय से किसानों की मुख्य मांग थी कि लम्बी हलके में एक दाना मंडी बनाई जाए। मुख्यमंत्री ने 1997, 2002, 2007, 2012 चुनाव लडने से पहले ऐलान किया था कि वे सबसे पहले किसानों की उक्त मांग पूरी करेंगे। लम्बी में पिछले लम्बे समय से बस स्टैंड न होने पर बस स्टैंड बनाने का ऐलान किया गया था। लम्बी में बड़ा कालेज बनाने का भी वायदा था। गलियां-नालियां बनाने के साथ इंडस्ट्रीज स्थापित की जाएगी।
कितने वफा हुए वायदे
कालेज बनाने का वायदा किया, पर न ही कोई कालेज बनाया एवं न ही कोई बड़ा स्कूल लम्बी में बनाया गया। हलके में गलियों-नालियों का काम आज भी अधर में लटका हुआ है। क्षेत्र में कोई भी इंडस्ट्री नहीं बनी है।
दावों से परे हकीकत
प्रकाश सिंह बादल 5 बार मुख्यमंत्री बने हैं। गलियां-नालियां बनाना ही मुख्यमंत्री का काम नहीं है। हलके में एक भी इंडस्ट्री नहीं लगी, कोई रोजगार शुरू करने के साधन नहीं हैं। हलके के लोग लंबे समय से सेम की समस्या से जूझ रहे हैं लेकिन चार पर सबसे लंबे समय तक राज करने वाले सी.एम. के शासन में इस सेम का कोई हल नहीं निकल सका है। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री द्वारा बस स्टैंड का ऐलान किया गया था लेकिन सड़क पर कमरा बनाकर खानापूर्ति कर दी गई है।