Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Mar, 2018 08:52 AM
पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने महाराष्ट्र में किसानों द्वारा किए गए विशाल आंदोलन के बाद केंद्र की राजग सरकार को सलाह दी है
जालंधर (धवन): पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने महाराष्ट्र में किसानों द्वारा किए गए विशाल आंदोलन के बाद केंद्र की राजग सरकार को सलाह दी है कि वह अब देश में किसानों के अंदर व्याप्त गुस्से को देखते हुए किसानों का ऋण माफ करने की दिशा में कदम बढ़ाए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 2014 में लोकसभा चुनाव से पूर्व वायदा किया था कि सत्ता में आने के बाद वह किसानों का ऋण माफ कर देगी परन्तु अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है, जबकि केंद्र सरकार अपने अंतिम वर्ष में प्रवेश करने जा रही है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के किसान आंदोलन में शामिल किसान 180 कि.मी. का सफर तय कर पहुंचे थे। इससे पता चलता है कि किसान अपने ऋणों के माफ न होने तथा फसलों का उचित मूल्य न मिलने से नाराज हैं। वह आज नकोदर जाते समय कुछ देर के लिए शहर में रुके थे। जाखड़ ने अकाली दल तथा आम आदमी पार्टी द्वारा पंजाब में कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा किसानों के ऋण माफ करने पर किंतु-परन्तु करने का सख्त ऐतराज करते हुए कहा कि केंद्र में अपनी सहयोगी पार्टी भाजपा पर तो अकाली दल दबाव डाल नहीं सका परन्तु पंजाब में किसानों को गुमराह करने की कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि छोटे व सीमांत किसानों के कर्जे माफी का अभियान तो चल रहा है तथा मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने यह भी वायदा किया है कि जैसे ही राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा वैसे ही अन्य किसानों के ऋणों को माफ करने की तरफ भी सरकार ध्यान देगी। उन्होंने कहा कि छोटे किसानों ने मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह का 2-2 लाख का कर्ज माफ करने के लिए आभार जताया है परन्तु अकाली दल को अमरेन्द्र सरकार के अच्छे काम दिखाई नहीं देते।
उन्होंने कहा कि तेलगू देशम पार्टी तो केंद्र की राजग सरकार से उसकी किसान व व्यापार विरोधी नीतियों को देखते हुए बाहर आ गई है परन्तु अकाली दल में इतना साहस नहीं है कि वह इस संबंध में केंद्रीय मंत्रिमंडल से बाहर आ सके। उन्होंने कहा कि अब जैसे-जैसे लोकसभा के आम चुनाव निकट आते जाएंगे वैसे-वैसे भाजपा के साथ जुड़ी अन्य पाॢटयां भी उसका साथ छोड़ती जाएंगी। जाखड़ ने कहा कि मात्र एक मंत्री पद के लिए
अकाली दल ने अपने मुंह पर ताला लगाया हुआ है।