Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 09:22 AM
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि पंजाब में गड़बड़ करने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा। प्रदेश में ङ्क्षहसा फैलाने वाले व कानून तोडऩे वाले उनके मुख्य निशाने पर हैं। कैप्टन यहां पी.ए.यू. में युवाओं को नई नौकरियों के नियुक्ति पत्र देने संबंधी...
लुधियाना (हितेश/रिंकू): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि पंजाब में गड़बड़ करने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा। प्रदेश में ङ्क्षहसा फैलाने वाले व कानून तोडऩे वाले उनके मुख्य निशाने पर हैं। कैप्टन यहां पी.ए.यू. में युवाओं को नई नौकरियों के नियुक्ति पत्र देने संबंधी आयोजित रोजगार मेले के दौरान उपस्थिति को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों के पूर्व पंजाब के विभिन्न इलाकों में जाने के दौरान ज्यादातर लोगों ने उनके परिवार में रोजगार देने की मांग रखी थी, क्योंकि नौकरी न मिलने की वजह से युवाओं का ध्यान नशों की तरफ चला जाता है। इसके मद्देनजर ही उन्होंने कांग्रेस सरकार बनने पर घर-घर नौकरी देने का वायदा किया था। इसके तहत रोजगार के नए मौके तभी पैदा होंगे जब यहां अमन-शांति का माहौल कायम रहेगा, क्योंकि जहां माहौल खराब हो, वहां नई इंडस्ट्री लगाने के लिए कोई आगे नहीं आता। यही वजह है कि सरकार ने कानून तोड़कर ङ्क्षहसा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। कैप्टन ने कहा कि सरकार बनने से लेकर अब तक सही मायने में आधा साल ही काम हो पाया है और इस दौरान राज्य के 150 स्थानों पर रोजगार मेला करवाया गया है, जिसमें बड़ी कंपनियों ने हिस्सा लेकर नौजवानों को नौकरी के लिए चुना। इन युवाओं की संख्या 1,61,522 हो गई है। इनमें से 9592 नौजवानों को रविवार को आयोजित दूसरे रोजगार मेले के दौरान नियुक्ति पत्र दिए गए। इनमें शामिल पुलिस कर्मियों को कैप्टन ने कहा कि वे देश के अंदर व बाहर से काम रही ताकतों के खिलाफ लड़ाई लडऩे के लिए तैयार रहें।
कम वेतन मिलने के प्रचार को लेकर पेश किए आंकड़े
मुख्यमंत्री ने सरकारी नौकरी मेलों के दौरान सिर्फ कम वेतन पर नौकरियां देने बारे विरोधियों द्वारा किए जा रहे प्रचार को झूठा करार देते हुए कहा कि नौजवानों को सालाना 3 से 31 लाख तक का पैकेज दिया गया है। इसके लिए उन्होंने बाकायदा आंकड़े भी पेश किए कि 8 कंपनियों ने 12 लाख, 12 कंपनियों ने 10 लाख, 24 कंपनियों ने 7 लाख और 66 कंपनियों ने 5 लाख रुपए से अधिक के सालाना पैकेज दिए हैं।
युवाओं को सरकारी से ज्यादा प्राइवेट नौकरियों पर रहना होगा निर्भर
रोजगार मेले के दौरान भले ही कई सरकारी विभागों में चुने गए युवाओं को भी नियुक्ति पत्र दिए गए हैं लेकिन ज्यादातर प्राइवेट कंपनियों से ही संबंधित थे जिसे लेकर उठ रहे सवालों को लेकर कैप्टन ने साफ किया कि सिर्फ रिटायर होने वाले मुलाजिमों की जगह ही नई भर्ती की जा सकती है। जिसके मद्देनजर युवाओं को सरकारी पर ही निर्भर रहने की जगह प्राइवेट सैक्टर की नौकरियों की तरफ भी रुख करना चाहिए।
उन्होंने हवाला दिया कि एक साल दौरान पंजाब में रजिस्टर्ड हुए 15 हजार नए लगने वाले मीडियम व स्माल स्केल इंडस्ट्री यूनिटों से 90 हजार नई नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। इन नौकरियों को हासिल करने के लिए युवाओं को सक्षम बनाने के लिए जल्द ही पंजाब में खेल और बागवानी यूनिवॢसटियां स्थापित करके स्किल डिवैल्पमैंट ट्रेङ्क्षनग देने की योजना बनाई गई है।