Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Feb, 2018 09:25 AM
भारतीय जनता पार्टी ने बड़े पैमाने पर 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पेश अपने घोषणा पत्र के वायदों को खंगालने की कवायद शुरू की है। सूत्रों के मुताबिक इस कवायद के दौरान यह खास तौर पर देखा जा रहा है कि जो वायदे किए गए थे, उनमें से कितने किस स्तर तक पूरे...
जालन्धर (पाहवा): भारतीय जनता पार्टी ने बड़े पैमाने पर 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पेश अपने घोषणा पत्र के वायदों को खंगालने की कवायद शुरू की है। सूत्रों के मुताबिक इस कवायद के दौरान यह खास तौर पर देखा जा रहा है कि जो वायदे किए गए थे, उनमें से कितने किस स्तर तक पूरे हुए और कौन-कौन से अधूरे रह गए।
जानकारी के अनुसार यह कवायद पार्टी और सरकार दोनों स्तर पर की जा रही है और इसकी निगरानी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने हाल में सभी कैबिनेट मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने विभागों की उपलब्धियों की सूची बनाकर पेश करें। इसमें खास तौर पर यह ध्यान रखा जाए कि 2014 में पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में जो वायदे किए थे, उनकी क्या स्थिति है। बताया जाता है कि प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद पिछले महीने ही सभी मंत्रियों ने अपना लिखित उत्तर पेश कर दिया है। भाजपा के एक नेता ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि कुछ मंत्रियों ने यह जानकारी भी दी है कि वे आने वाले कुछ महीनों में और कौन-कौन सी परियोजनाएं शुरू करने वाले हैं। साथ ही लंबित परियोजनाओं की भी उनके कारणों सहित जानकारी दी गई है। इसके बाद अगले चरण की कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री ने एक वरिष्ठ मंत्री को जिम्मेदारी सौंपी है कि वे सभी मंत्रियों द्वारा पेश सूचियों को संकलित कर उसका अंतिम दस्तावेज तैयार करें। इस पर प्रधानमंत्री अंतिम चरण में समीक्षा करेंगे। फिर इसे आम जनता के सामने पेश किया जाएगा। भाजपा सूत्रों के मुताबिक जैसा प्रधानमंत्री ने वादा किया है, उसी के अनुसार 2019 के चुनाव से पहले वह आम लोगों को इसकी विस्तृत जानकारी देंगे कि सरकार ने 2014 में जो वायदे किए थे, उनमें से एक-एक को किस गंभीरता से पूरा किया है। इसी के आधार पर अगली बार के लिए जनसमर्थन मांगे जाने की योजना है।
शाह ने बुलाई भाजपा मुख्यमंत्रियों की बैठक
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 2019 के चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ सभी भाजपा मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों से 28 फरवरी को मुलाकात करने का फैसला किया है। शाह इस बैठक के दौरान सभी राज्यों में चल रहे जन कल्याण योजनाओं का निरीक्षण करेंगे। ये बैठक भाजपा पार्टी के नए दफ्तर में बुलाई गई है। 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ये बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस मुलाकात में केन्द्र की देश के 10 करोड़ गरीब परिवारों को स्वास्थ्य बीमा देने की महत्वाकांक्षी योजना और ग्रामीण क्षेत्र तथा कृषि संबंधी बातचीत पर खास जोर होगा। इस बैठक का समापन मोदी के सम्बोधन के साथ होगा। भाजपा के 14 राज्यों में मुख्यमंत्री और कई राज्यों में जहां गठबंधन सरकार है वहां उपमुख्यमंत्री हैं।