Edited By Updated: 11 Dec, 2016 05:10 PM
62वीं अंतर जिला एथलैटिक्स प्रतियोगिता में भाग लेने पहुंचे विभिन्न खिलाडियों की आयोजकों को कितनी फिक्र है, इस बात का प्रमाण प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह के दौरान ही देखने को मिल गया।
लुधियानाः 62वीं अंतर जिला एथलैटिक्स प्रतियोगिता में भाग लेने पहुंचे विभिन्न खिलाडियों की आयोजकों को कितनी फिक्र है, इस बात का प्रमाण प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह के दौरान ही देखने को मिल गया। मानसा की एथलीट पत्थरी के दर्द को बर्दाश्त न करती हुई समारोह में ही बेहोश होकर गिर पड़ी लेकिन उसको संभालने की बजाय आयोजक सरकार का गुणगान करने में ही लगे रहे। सोमा नामक उक्त एथलीट 200 मीटर की दौड़ाक है, जो पत्थरी के दर्द के कारण समारोह में ही बेहोश हो गई। इसे देखकर उसके साथ आए अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए और वे उसे होश में लाने की कोशिश करते रहे। इस बीच स्टेडियम में उपलब्ध मैडीकल सुविधा के बावजूद छात्रा को बेहोशी की हालत में पैदल चलाकर ही स्टेडियम के बाहर तक ले जाया गया, जहां उसकी हालत और बिगडनी शुरू हो गई लेकिन उसके लिए स्ट्रैचर का प्रबंध न होने के कारण स्टेडियम के बाहर बने फुटपाथ पर ही कोच उसे संभालते रहे। इसके
बाद उसे फिर उठाकर एम्बुलैंस तक ले जाया गया।
इस दौरान मौके पर पहुंची महिला डाक्टरों की टीम ने खिलाड़ी का उपचार शुरू किया लेकिन उसकी हालत गंभीर होने के कारण एम्बुलैंस में सिविल अस्पताल रैफर कर दिया गया। महिला डाक्टर ने बताया कि खिलाड़ी का बी.पी. काफी कम है, जिसके चलते उसे अस्पताल रैफर किया गया है। उधर, खिलाड़ी के साथ आई एक महिला कोच ने आरोप लगाया कि स्टेडियम के शौचालयों पर ताले लटके हुए हैं और पत्थरी के दर्द से कराह रही खिलाड़ी सोमा शौचालय का प्रयोग नहीं कर पाई, जिससे दर्द और बढ़ा। दर्द को सहन न करते हुए सोमा बेहोश हो गई। पहले भी सुबह उसे एक निजी अस्पताल से दवाई दिलवाई गई।