Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Oct, 2017 08:32 AM
बहुत ही मामूली से भत्ते पर काम करके अपने परिवार का गुजारा चलाने वाली आंगनबाड़ी वर्करो व हैल्परों ने आज यहां भीख मांग कर मोदी व कैप्टन सरकार को शर्मसार कर दिया। जिला प्रधान सुभाष रानी ने रोष धरने को सम्बोधित करते हुए कहा कि एक तरफ तो देश के...
लुधियाना(सलूजा): बहुत ही मामूली से भत्ते पर काम करके अपने परिवार का गुजारा चलाने वाली आंगनबाड़ी वर्करो व हैल्परों ने आज यहां भीख मांग कर मोदी व कैप्टन सरकार को शर्मसार कर दिया। जिला प्रधान सुभाष रानी ने रोष धरने को सम्बोधित करते हुए कहा कि एक तरफ तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडिया को बदलने की बातें करते हैं जबकि दूसरी तरफ आंगनबाड़ी सैंटरों को बंद करने की तैयारी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार घर-घर में नौकरी देने की बातें करती है, जबकि दूसरी तरफ चल रहे आंगनबाड़ी सैंटरों को कोई वित्तीय सहायता और बुनियादी सुविधा प्रदान करने की जगह आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों को बेरोजगारी की दलदल में धकेलने जा रही है। यूनियन तो केवल यही मांग करती आ रही है कि आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों के भत्ते में बढ़ौतरी की जाए। पंजाब में भी पड़ोसी राज्यों की तर्ज पर उनको रैगुलर व बनती सुविधाएं दी जाएं। लेकिन सरकार एक भी मांग को मान कर लागू करने को तैयार नहीं है।
सुभाष रानी ने कहा कि सरकारों ने तो उनको भिखारी बनाने की अंदरखाते पूरी तैयारी कर ली है लेकिन सरकार को यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि अपने हक लेकर ही दम लेगी। न पहले पुलिस की लाठियों से डरे और न ही जेल जाने से कोई परेशानी है। घुट-घुट कर मरने से तो अच्छा है कि शहादत का जाम पीकर ही मरा जाए। इसके लिए यदि यूनियन नेताओं व वर्क रों को कोई भी कुर्बानी देनी पड़ी तो वह देगी।