Edited By Updated: 17 Apr, 2017 05:12 PM
पंजाब विधानसभा चुनाव दौरान सिरसा जाकर श्री अकाल तख्त साहिब के अादेशों का उल्लंघन करने वाले पार्टी नेताओं को श्री अकाल तख्त साहिब में तलब किया गया जहां वह अपना जवाब देंगे।
अमृतसर: पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले डेरा सिरसा जाकर समर्थन लेने वाले 44 सिख नेताओं में से 40 नेता सोमवार को श्री अकाल तख़्त साहिब में तलब हुए, जबकि 4 सिख नेता गैरहाजिर रहे जिनमें जनमेजा सिंह सेखों (अकाली), राजिन्दर कौर भट्ठल (कांग्रेस), अर्जुन सिंह (कांग्रेस) और अजैब सिंह भट्टी (कांग्रेस) शामिल थे।
तलब होने वाले कांग्रेसी नेताओं मुताबिक उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब बुलाया गया था जहां उन्हें धार्मिक सजा सुनाई गई। जिस अनुसार नेताओं को अपने -अपने हलके के किसी भी गुरुद्वारा साहिब में जोड़े की सेवा, बर्तनों की सेवा करनी पड़ेगी।
गौरतलब है कि इन नेताओं को 4 अप्रैल को हुई पंज सिंह साहिबान की सभा में तलब करने का फैसला किया गया था। जिन 44 राजनीतिक नेताओं को श्री अकाल तख़्त साहिब में तलब किया गया था, उनमें तीन प्रमुख राजनीतिक पार्टियां अकाली दल, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधि शामिल हैं। इनमें से 29 ऐसे नेता हैं, जो सीधे तौर पर डेरा सिरसा गए, जबकि 15 सिख नेताओं ने सिरसा से बाहर वर्करों के साथ मीटिंग की। डेरा सिरसा गए 29 सिख नेताओं में से 14 नेता अकाली दल और इतने ही कांग्रेस से संबंधित हैं, जबकि एक आम आदमी पार्टी का है।
यह मिली सजा
श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से लगाई गई धार्मिक सजा मुताबिक उक्त सभी नेता एक दिन गुरुद्वारा सारागढ़ी साहिब से दर्शनी ड्योढी, घंटा चौक से श्री हरिमंदिर साहिब तथा श्री दरबार साहिब में आने वाले रास्तो की सफाई करेंगे। एक दिन परिक्रमा में सफाई-धुलाई, 2-2 घंटे लंगर घर में तथा जोड़े घर में सेवा करेंगे।
इसके साथ एक घंटा श्री हरिमंदिर साहिब में कीर्तन श्रवण करके 501 रुपए की अलग-अलग कड़ाह प्रसादी की देग लेकर 5100 -5100 रुपए गोलक में डाल कर श्री अकाल तख्त साहिब में भूल बख्शाकर अरदास करेंगे।