Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 09:16 AM
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने सरकारी स्कूलों में एस.एस.ए., रमसा व कम्प्यूटर श्रेणी अधीन पढ़ा रहे अध्यापकों के साथ राज्य सरकार की ओर से किए जा रहे भद्दे मजाक को गंभीरता से लेते हुए ऐलान किया
चंडीगढ़ (ब्यूरो): आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने सरकारी स्कूलों में एस.एस.ए., रमसा व कम्प्यूटर श्रेणी अधीन पढ़ा रहे अध्यापकों के साथ राज्य सरकार की ओर से किए जा रहे भद्दे मजाक को गंभीरता से लेते हुए ऐलान किया कि विधानसभा सैशन दौरान इन अध्यापकों की तनख्वाहों में भारी कटौती करने का पार्टी डटकर विरोध करेगी और इन अध्यापकों को बिना किसी शर्त पक्का करने की जोरदार वकालत करेगी।
‘आप’ द्वारा जारी प्रैस बयान में पार्टी प्रधान और सांसद भगवंत मान, विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा, उप नेता सर्बजीत कौर माणूके व राज्य सह-प्रधान और सुनाम से विधायक अमन अरोड़ा ने बताया कि पिछले लंबे समय से सरकारी स्कूलों में नियुक्त एस.एस.ए., रमसा और कम्प्यूटर अध्यापकों से संबंधित यूनियन के दल ने पार्टी को मांग पत्र सौंपा जिससे यह बात सामने आई कि पंजाब सरकार इन अध्यापकों को पक्का करने की शर्त तले इनके वेतन में 70 से 80 प्रतिशत तक की कटौती करने जा रही है जिस कारण इन अध्यापकों में निराशा है जिसका प्रभाव विद्याॢथयों की पढ़ाई पर पड़ रहा है।
भगवंत मान ने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार की तरह कैप्टन सरकार भी राज्य में सरकारी स्कूल शिक्षा प्रणाली को तबाह कर रही है। उन्होंने कहा कि वह यह मामला लोकसभा में उठाने के साथ-साथ स्पीकर सुमित्रा महाजन से मिलकर भी अपील करेंगे कि वह मध्य प्रदेश की तरह एक पत्र पंजाब सरकार को लिखें और दिल्ली की केजरीवाल सरकार की तरफ से स्कूल शिक्षा के लिए अपनाई गई क्रांतिकारी नीति पंजाब के सरकारी स्कूलों में भी लागू करवाने के लिए दबाव डालें।