Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Sep, 2017 08:20 AM
सेहत मंत्री ब्रह्म महिंद्रा के जद्दी जिले में सेहत विभाग द्वारा इस बार मंत्री के आदेशों के अनुसार डेंगू.....
पटियाला (परमीत): सेहत मंत्री ब्रह्म महिंद्रा के जद्दी जिले में सेहत विभाग द्वारा इस बार मंत्री के आदेशों के अनुसार डेंगू, चिकनगुनिया और स्वाइन फ्लू से लोगों की रक्षा के लिए व्यापक योजना बनाई गई परंतु कुदरत ने इस बार अलग रंग दिखाते हुए स्वाइन फ्लू की बीमारी को 3 महीने पहले भेज दिया।
इससे सेहत विभाग बुरी तरह फंस गया है।आम तौर पर दिसम्बर में शुरू होने वाली स्वाइन फ्लू की बीमारी इस बार बरसातें अधिक आने की वजह से जल्दी आ पहुंची और अब तक स्वाइन फ्लू के साथ जिले में 6 मौतें हो चुकी हैं, 18 अन्य व्यक्तियों के बीमारी से पीड़ित होने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 35 से अधिक केस संदिग्ध पाए गए हैं।
डेंगू और चिकनगुनिया पीड़ितों की संख्या इस बार घटी
सेहत विभाग की तरफ से घर-घर स्प्रे करने की वजह से इस बार विभाग डेंगू और मलेरिया पीड़ितों की संख्या घटाने में कामयाब रहा है। जहां पिछले साल अब तक डेंगू के मामलों की संख्या 300 के करीब पहुंच गई थी, वहीं इस बार संदिग्ध मामलों की संख्या 150 है और पुष्टि हुए पीड़ितों की संख्या सिर्फ 22 पाई गई है।जिला एपीडिमोलोजिस्ट डा. गुरमीत सिंह ने बताया कि इस बार चिकनगुनिया पीड़ितों की संख्या भी घटी है। पिछले साल के 36 मामलों के मुकाबले इस बार सिर्फ 16 व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित पाए गए हैं।
स्वाइन फ्लू की 3 कैटेगरियां
स्वाइन फ्लू के लिए सेहत विभाग ने ए, बी और सी तीन वर्ग बनाए हैं जिसमें ए वर्ग वाले मरीजों में आम गला खराब और खांसी जैसे केस आते हैं इसी तरह बी वर्ग में तेज बुखार, गला बहुत खराब होने, उम्र अधिक होने, शूगर और बी.पी. आदि बीमारियों से पीड़ित मरीज आते हैं और तीसरा सी वर्ग वाले मरीज को सांस की समस्या आदि हो जाती है और उसको वैंटीलेटर और आक्सीजन उपलब्ध करवाई जा रही है।