Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Oct, 2017 08:01 AM
1 अगस्त 2016 को कोचर मार्कीट के नजदीक पी.एन.बी. बैंक की शाखा में दोपहर 3.40 बजे 16 लाख की डकैती की योजना बनाने वाला मास्टर माइंड वीरवार दोपहर 3 बजे कचहरी परिसर से फरार हो गया। पता चलते ही शहर भर की पुलिस फोर्स कचहरी पहुंच गई और चंद मिनटों में कचहरी...
लुधियाना (ऋषि/स्याल): 1 अगस्त 2016 को कोचर मार्कीट के नजदीक पी.एन.बी. बैंक की शाखा में दोपहर 3.40 बजे 16 लाख की डकैती की योजना बनाने वाला मास्टर माइंड वीरवार दोपहर 3 बजे कचहरी परिसर से फरार हो गया। पता चलते ही शहर भर की पुलिस फोर्स कचहरी पहुंच गई और चंद मिनटों में कचहरी पुलिस छावनी में तबदील हो गई।
इस मामले में पुलिस कमिश्नर आर.एन. ढोके ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले हैड कांस्टेबल जगपाल सिंह को तुरंत सस्पैंड करने के साथ-साथ दोनों के खिलाफ थाना डिवीजन नं. 5 में धारा 223, 224 का केस दर्ज कर हैड-कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है जबकि फरार आरोपी की तलाश में कई टीमों का गठन किया है जो देर रात तक शहर में छापेमारी करती रही। फरार आरोपी की पहचान सुखविंद्र सिंह (28) के रूप में हुई है। थाना डाबा की पुलिस ने वर्ष 2012 में उसे अवैध रिवाल्वर सहित गिरफ्तार कर आम्र्ज एक्ट के अधीन केस दर्ज किया था।
इसके अलावा उक्त आरोपी के खिलाफ विभिन्न थानों में कई केस दर्ज है। इसमें वह जमानत पर था और अगस्त 2016 में थाना डिवीजन नं. 5 के इलाके में अपने 3 साथियों के साथ पंजाब नैशनल बैंक में डकैती की थी और 2 दिनों बाद ही पुलिस ने मास्टर माइंड को पकड़ लिया था जबकि अन्य साथियों को बाद में दबोचा गया था। सुबह पुलिस उसे थाना डाबा में दर्ज मामले में कचहरी परिसर में 8वीं मंजिल पर पेश करने के लिए लाई थी, कोर्ट से बाहर आने के बाद फरार हो गया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ ए.एस.आई. हरदीप सिंह के बयान पर केस दर्ज किया है।
पकडऩे वाले को विभाग ने दी थी वन रैंक प्रमोशन
कचहरी परिसर से फरार उक्त आरोपी को 14 महीने पहले पकडऩे वाले मुलाजिम को तत्कालीन पुलिस कमिश्नर जतिंद्र सिंह औलख की तरफ से वन रैंक प्रमोशन देने का ऐलान किया गया था। पी.एन.बी. बैंक की हाईप्रोफाइल लूट के मास्टर माइंड सुखविंद्र सिंह को 48 घंटे बाद ही सी.आई.ए. के हैड-कांस्टेबल ने दबोच लिया था और उसे तुरंत विभाग की तरफ से ए.एस.आई. बनाया गया था।
मुलाजिमों की कमी का फायदा उठा रहे अपराधी
जेल से पेशी पर कचहरी लाने वाले अपराधियों पर लगाए जाने वाली गार्द में होने वाले मुलाजिमों की कम गिनती का अपराधी फायदा उठा रहे हैं। इसी बात का अंदाजा आज पी.एन.बी. बैंक डकैती के मास्टर माइंड सुखविंद्र सिंह के फरार होने से लगाया जा सकता है। अगर फोर्स की तरफ से खूंखार अपराधी के साथ एक से ज्यादा मुलाजिम कोर्ट में भेजे जाएं तो शायद ऐसी घटनाएं न हों लेकिन स्टाफ की कमी से जूझ रहा महकमा खुद मजबूर है।
47 अपराधियों पर 17 मुलाजिम
सूत्रों के अनुसार आज जेल से कोर्ट में आने वाले कुल अपराधियों की गिनती 47 थी जिन पर लगभग 17 मुलाजिमों की ड्यूटी लगाई गई थी इतने कम मुलाजिमों की तरफ से सभी को कंट्रोल करना कोई आसान काम नहीं है। सूत्रों की मानें तो पुलिस विभाग में चर्चा है कि इस गार्द के साथ लगाए गए अधिकारी आज ड्यूटी से गायब थे। इस बात का खुलासा तो पुलिस जांच के बाद होगा।
बैंक डकैती का था मास्टर माइंड
उक्त आरोपी की तरफ से कोचर मार्कीट में अगस्त 2016 में बैंक डकैती की गई थी। दिन-दिहाड़े नकाबपोश युवकों ने गन प्वाइंट पर 16 लाख रुपए उड़ाए थे। इस मामले में थाना डिवीजन नं. 5 में बैंक मैनेजर रमेश चावला की शिकायत पर अज्ञात लुटेरों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने 48 घंटे बाद ही कुछ दूरी पर रहने वाले मास्टर माइंड सुखविंद्र सिंह को दबोच लिया था। जिसने अपने 3 अन्य साथियों अजय कुमार निवासी फिरोजपुर, राकेश निवासी पक्खोवाल रोड के साथ मिलकर वारदात की थी।
अस्पताल में मैडीकल करवाने आया फरार, काबू
दूसरी तरफ थाना जमालपुर पुलिस की तरफ से लूटपाट के मामले में पकड़ा गया एक बंदी आज सिविल अस्पताल की एमरजैंसी से फरार हो गया। लेकिन पुलिस ने चंद घंटों में उसे ढूंढ निकाला। पुलिस की तरफ से लूटपाट करने वाले गिरोह के 3 सदस्यों को विगत दिनों गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें आज जेल भेजने से पहले दोपहर 3 बजे मैडीकल करवाने के लिए सिविल अस्पताल लाए थे। एमरजैंसी में जब हथकड़ी खोली गई तो एक आरोपी मुकेश कुमार (22) अस्पताल से फरार हो गया। जिसे पुलिस ने चंद घंटों में ढूंढ निकाला। देर रात समाचार लिखे जाने तक पुलिस की तरफ से एफ.आई.आर. दर्ज नहीं की गई थी।