Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Feb, 2018 09:16 AM
पंजाब के निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने चल रहे सीवरेज प्रोजैक्टों के लिए 1540.90 करोड़ रुपयों के फंड्स जारी किए हैं।
जालंधर (चोपड़ा): पंजाब के निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने चल रहे सीवरेज प्रोजैक्टों के लिए 1540.90 करोड़ रुपयों के फंड्स जारी किए हैं। स्थानीय सर्किट हाऊस में प्रदेश कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ के संग पत्रकारों से रूबरू होने के दौरान नवजोत सिद्धू ने बताया कि पहले से चल रहे इन प्रोजैक्टों पर कै. अमरेन्द्र सरकार 600 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। उन्होंने कहा कि इन प्रोजैक्टों पर खर्च होने वाले 2108.50 करोड़ रुपयों से एक तरफ जहां प्रदेश में विकास गति पकड़ेगा वहीं दूसरी तरफ लोगों को बेहतरीन मूलभूत सुविधाएं भी मुहैया होंगी।
सिद्धू ने बताया कि इस रकम में से जालंधर जिले में 141.53 करोड़ खर्च होंगे और इन फंड्स के लिए 64.97 करोड़ रुपए के फंड्स जारी कर दिए गए थे। उन्होंने बताया कि इन प्रोजैक्टों को पूरा करने के लिए जालंधर शहर के लिए 51.30 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं और नगर कौंसिल व नगर पंचायतों को भी फंड जारी किए जा रहे हैं जिसमें आदमपुर को 17.78 करोड़, नकोदर को 37.43 करोड़, गोराया को 10.81 करोड़, करतारपुर को 8.84 करोड़, शाहकोट को 8.70 करोड़, महतपुर को 5.90 करोड़, फिल्लौर को 44 लाख, अलावलपुर को 33 लाख, भोगपुर को 69 लाख रुपए दिए गए हैं। सिद्धू ने बताया कि इन प्रोजैक्टों की गुणवत्ता जांचने के लिए विश्वविद्यालयों व कालेजों से युवा इंजीनियरों की सेवाएं ली जाएंगी। शहरी क्षेत्रों में विकास प्रोजैक्टों संबंधी सम्पूर्ण जानकारी आम जनता को मुहैया करवाने के लिए बोर्ड लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी व नगर निगम द्वारा करवाए गए इन प्रोजैक्टों के लिए थर्ड पार्टी आडिट भी जल्द होगा। इस मौके पर सांसद संतोख चौधरी, विधायक सुशील रिंकू, विधायक परगट सिंह, विधायक राजिन्द्र बेरी, नगर निगम के मेयर जगदीश राज राजा, सीनियर डिप्टी मेयर सुरिन्द्र कौर, डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी, पूर्व विधायक जगबीर बराड़ व अन्य भी मौजूद थे।
अकेले माइनिंग से 1500 करोड़ रुपए सरकार के खजाने में आ सकते हैंअगर विभाग मेरे पास होता तो अवैध खनन को रोक कर दिखा देता। उक्त शब्द कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पत्रकारवार्ता के दौरान कहे। जिक्रयोग्य है कि राणा गुरजीत सिंह की कैबिनेट से छुट्टी होने के बाद उक्त विभाग मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के पास है और सिद्धू ने कै. अमरेन्द्र को ही सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि मात्र माइनिंग से प्रदेशसरकार के खजाने में 1500 करोड़ रुपए आ सकते है। अगर पड़ोसी राज्य हिमाचल में अवैध माइनिंग रुक सकती है तो भला पंजाब में क्या मुश्किल है। सिद्धू ने कहा कि वह यह मामला जोरदार तरीके से जल्द ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के समक्ष उठाएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब में करीब 1008 क्रशर हैं जिनसे रेत खनन किया जा रहा है और हिमाचल की भांति यहां भी क्रशर पर प्रति यूनिट बिजली का रेट लगाना चाहिए जिससे अवैध रेत खनन बंद हो सकता है। सिद्धू ने कहा कि रेत खनन से पिछली सरकार जहां पूरे साल 40 करोड़ रुपए जमा करवाती थी वहीं कांग्रेस सरकार अब 400 करोड़ रुपए जमा कर रही है।
पंजाब को आर्थिक संकट से निकालने की जरूरत
पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने शे’यरो-शायरी के बीच में बोलते हुए कहा कि पंजाब इस समय संकट के दौर से गुजर रहा है क्योंकि भारी आॢथक संकट के चलते राज्य लगातार दलदल में धंस रहा है इसलिए पंजाब को बचाने की जरूरत है। इसमें हम सबको अपना योगदान डालना है। उन्होंने शे’यर पढ़ते हुए कहा कि-‘हर कोई उससे रहमतों की भीख मांगता है, इस मंच से रहमतों की बरसात होती है।’सिद्धू ने कहा कि भावनाहीन व्यक्ति मृत्यु तुल्य होता है। भावना में जीने वाला व्यक्ति ही दूसरे का दुख-दर्द समझ सकता है। उन्होंने कहा कि शहीद परिवार फंड से प्रत्येक दुखी व्यक्ति की मदद की जा रही है। चाहे कोई आतंकवाद पीड़ित परिवार हो या फिर प्राकृतिक आपदा का शिकार। उन्होंने कहा कि- ‘इबादत नहीं है माला फेर लेना, इबादत है भूखे को रोटी खिला देना।’ सिद्धू ने कहा कि वह स्वामी विवेकानंद की बातों से पूरी तरह से सहमत हैं। उन्होंने दीन-दुखियों की मदद का आह्वान किया था। स्वामी विवेकानंद कहा करते थे कि ‘मैं उस भगवान का सेवक हूं जिसे अज्ञानी मनुष्य कहते हैं।’ उन्होंने कहा कि अच्छे कर्म करने वालों को ईनाम मिलना चाहिए तथा बुरे कर्म करने वालों को दंड परन्तु जो राष्ट्र या संगठन ऐसा नहीं करता है वह तबाह हो जाता है। उन्होंने कहा कि सांप जब डंसता है तो उसका एंटीडोज विष होता है इसलिए जुल्म को मिटाने से ही देश आगे बढ़ सकेगा।