Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jul, 2017 11:12 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा चुनाव से पहले किसानों और आढ़तियों का सारा कर्ज माफ करने के ऐलान तथा सरकार बनने के बाद पंजाब सरकार का अपना बैंक ही इस Debt waiver के ऐलान से मुश्किलों में घिर गया है।
श्री माछीवाड़ा साहिबः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा चुनाव से पहले किसानों और आढ़तियों का सारा कर्ज माफ करने के ऐलान तथा सरकार बनने के बाद पंजाब सरकार का अपना बैंक ही इस Debt waiver के ऐलान से मुश्किलों में घिर गया है।
किसानों द्वारा कर्ज माफी के चक्कर में बैंक की करोड़ों रुपए लोन की किश्तें अदा नहीं की गई। पंजाब के किसानों को खेती के लिए हर तरह का कर्ज देने वाला खेती सहकारी विकास बैंक की सभी सूबों में करीब 89 शाखाएं हैं।
पंजाब सरकार के इस बैंक की तरफ से नाबार्ड से कर्ज लेकर पंजाब के किसानों को करीब 2800 करोड़ रुपए कर्ज के रूप में बांटे हुए हैं। बेशक यह बैंक जबसे खुले हैं तबसे लाभ में जा रहे हैं । इसका किसानों को भी बेहद लाभ रहा है परन्तु जबसे कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कर्ज माफी का ऐलान किया उससे इस बैंक से जुड़े किसानों की तरफ से कर्ज की किश्तें नहीं दीं जा रही, जिस कारण बैंक की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
कर्ज माफी के ऐलान के बाद खेती सहकारी विकास बैंक की रिकवरी के हैरानीजनक आंकड़े सामने अाए हैं। इसमें बैंक को पिछली फसल दौरान 1550 करोड़ रुपए किसानों ने कर्ज की किश्तों के रूप में मोड़ना था परन्तु सिर्फ रिकवरी 165 करोड़ रुपए हुई।
बैंक आधिकारियों की कोशिशों के बावजूद भी किसानों के दिमाग़ में एक बात घर चुकी है कि कैप्टन सरकार की तरफ से जल्द ही किसानों का सारा कर्ज़ माफ किया जाएगा। जिस कारण वह कर्ज की किश्ते देने से किनारा किए बैठे हैं।