Edited By Updated: 29 Jun, 2016 12:27 PM
बंगा शहर में उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब कुछ सिख जत्थेबंदियों ने बंगा मुख्य मार्ग पर बस
बंगा(चमन लाल, राकेश अरोड़ा): बंगा शहर में उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब कुछ सिख जत्थेबंदियों ने बंगा मुख्य मार्ग पर बस स्टैंड के बाहर जाम लगाकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
जानकारी अनुसार गत देर सायं बंगा बस स्टैंड से एक निजी कंपनी की मिनी बस जिसको ओंकार सिंह पुत्र सर्बजीत सिंह निवासी गांव भरोली (नवांशहर) चला रहा था तथा उसके साथ कंडक्टर भूपेन्द्र पुत्र केहरू राम निवासी संधवा नवांशहर जो स्थानीय बंगा के बस स्टैंड से रोजाना की भांति सवारियों से भरी बस लेकर बंगा से मेहलीआना जा रहे थे। इस बीच जैसे ही वे बस स्टैंड के बाहर निकल रहे थे तो आगे खड़ी सवारियों को बस पर चढ़ाने हेतु उसने बस रोक दी तो इतने में एक अन्य गाड़ी जो वहां से गुजर रही थी, के चालक ने बस ड्राइवर को बस को साइड लगाने को कहा।
1-2 मिनट बाद दोनों वाहन चालकों में तकरार शुरू हो गई जो देखते ही देखते यह एक लड़ाई का रूप धारण कर गई। आसपास के कई व्यक्ति भी इसमें शामिल हो गए व बुरी तरह से ड्राइवर के साथ मारपीट करने लगे। सिविल अस्पताल में उपाचाराधानी बस के मालिक व ड्राइवर ओंकार सिंह पुत्र सर्बजीत सिंह ने बताया कि कार सवार व्यक्ति ने उसकी बस का ड्राइवर दरवाजा खोलकर उसके गले में पहने सिरोपे व दाड़ी से एवं बाद में उसके केशों को पकड़ कर बस से नीचे उतार लिया व मारपीट शुरू कर दी। उधर, इस घटना के चलते विभिन्न सिख संगठनों द्वारा जहां मुख्य मार्ग पर जाम करके रोष प्रदर्शन किया, वहीं जत्थेबंदियों के नेताओं ने पुलिस व प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि इस दौरान पुलिस व प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की तो वे सड़क पर जाम व रोष प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे व इसकी जिम्मेदारी प्रशासन व पुलिस की होगी।