Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 09:56 AM
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को दोपहर 2.21 बजे लखनऊ में शपथ ली थी। भाजपा ने मनोनीत मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की
जालंधर (धवन): उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को दोपहर 2.21 बजे लखनऊ में शपथ ली थी। भाजपा ने मनोनीत मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तारीख व समय का ऐलान पहले ही कर दिया था। पिछले कुछ समय से उत्तर प्रदेश सुर्खियों का केन्द्र बना हुआ है। ज्योतिषी संजय चौधरी के अनुसार योगी ने चर राशि कर्क लगन में शपथ ग्रहण की, जिसका स्वामी चंद्रमा नीच राशि में 5वें घर में विराजमान है। उस पर साढ़ेसती का भी साया है, जोकि सरकार की स्थिरता पर प्रश्न चिन्ह लगाता है।
उन्होंने कहा कि 9वां भाग्य भाव भी पाप कर्तरी योग में आया हुआ है। 9वें घर के एक तरफ मंगल तो दूसरी तरफ केतु विराजमान है परन्तु बृहस्पति की दृष्टि कुछ राहत देती है। लगन के स्वामी चंद्रमा तथा 10वें घर के स्वामी मंगल के बीच छठे व आठवें का योग सरकार के कामकाज में अनेक बाधाओं को उपस्थित करेगा। इसीलिए योगी सरकार बनते ही कभी कोई विवाद तो कभी कोई विवाद उत्पन्न हो रहा है। गोरखपुर कांड में भी प्रशासन की निष्क्रियता सामने आई। 2019 में राज्य विधानसभा के आम चुनावों से पूर्व राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के आसार हैं।
उन्होंने कहा कि मूहूर्त का काफी महत्व ज्योतिष में बताया गया है। अच्छे समय में कार्य करने से अंत भी अच्छा होता है। दूसरी ओर पंजाब में मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने 16 मार्च 2017 को चंडीगढ़ में सुबह 10.18 बजे शपथ ग्रहण की थी, उस समय वृष लगन उदित हुआ था। वृष लगन स्थिर लगन है, जिसका स्वामी शुक्र 11वें घर में उच्च राशि में विराजमान है, जो आने वाले समय में राज्य के लिए वित्तीय दृष्टि से अच्छे दिन सामने ला सकता है। मंगल चंद्र का योग भी राज्य में रीयल एस्टेट सैक्टर को उभारने में सहायक सिद्ध होगा। 2019 से पूर्व कैप्टन की भूमिका कांग्रेस की राजनीति में महत्वपूर्ण हो जाएगी। इंडस्ट्री भी धीरे-धीरे पटरी पर लौटेगी। इसलिए कैप्टन का शपथ ग्रहण मुहूर्त उचित था।