Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Sep, 2017 09:41 AM
हरियाणा का डेरा सच्चा सौदा एकमात्र ऐसा डेरा है जहां पर खुले तौर पर अपने अनुयायियों को किसी न किसी राजनीतिक पार्टी को वोट देने के निर्देश जारी होते रहे हैं।
चंडीगढ़ः हरियाणा का डेरा सच्चा सौदा एकमात्र ऐसा डेरा है जहां पर खुले तौर पर अपने अनुयायियों को किसी न किसी राजनीतिक पार्टी को वोट देने के निर्देश जारी होते रहे हैं। यहां तक कि विधानसभा चुनावों से लेकर ब्लॉक स्तर तक के चुनावों के लिए निर्देश जारी होते रहे हैं। वर्ष 2007 में पंजाब में चुनावों के दौरान डेरा की तरफ से अपने अनुयायियों को कांग्रेस के पक्ष में वोट देने के निर्देश जारी किए गए थे। इसके बाद बेशक कांग्रेस पार्टी हार गई लेकिन सत्ताधारी शिरोमणि अकाली दल तथा भाजपा की तरफ से डेरे को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा।
सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर बनार्इ जा रही थी फिल्म
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से नोटबंदी का ऐलान हो, सर्जिकल स्ट्राइक हो या स्वच्छता अभियान, डेरा प्रमुख ने अपनी तरफ से इन कदमों की तारीफ की थी व सहयोग दिया। यहां तक कि भारत की तरफ से किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर गुरमीत राम रहीम की तरफ से इस संबंध में एक फिल्म भी तैयार की जा रही थी। डेरा सच्चा सौदा के दुनिया भर में अनुयायी हैं। सियासी दल इन लोगों के वोट बैंक के लिए डेरों के चक्कर लगाने में कभी भी नहीं कतराते। हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा को अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समय-समय पर इसके चक्कर लगाते रहे हैं। हरियाणा में वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में डेरे की तरफ से खुलकर भाजपा के पक्ष में वोट करने के लिए कहा गया।
खट्टर सहित कई नेता लगातार डेरे के संपर्क में थे
सूत्र तो यह भी बताते हैं कि भाजपा के कई उच्च नेता डेरे के संपर्क में काफी देर से हैं। हरियाणा में वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अहम भूमिका निभाई थी। संघ के ग्राऊंड होमवर्क के आधार पर ही भाजपा ने डेरे पर डोरे डालने का काम तेज कर दिया था। मनोहर लाल खट्टर सहित कई नेता लगातार डेरे के संपर्क में थे तथा समय-समय पर डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम से मिलते रहे। यही कारण है कि वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 43 सीटें मिलीं। पार्टी ने यहां पर 35.2 प्रतिशत वोट प्राप्त किए, जबकि वर्ष 2009 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की हालत बदतर थी। भाजपा ने 2009 के विधानसभा चुनावों में 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे जिनमें से मात्र 4 लोगों ने ही जीत हासिल की थी। पार्टी का वोट प्रतिशत 9.04 प्रतिशत था।
भाजपा की जीत के पीछे RSS का बहुत बड़ा रोल
हरियाणा में डेरा फैक्टर ने भाजपा को 2014 में जीत दिलाने में बड़ी भूमिका अदा की। डेरे की तरफ से भाजपा के पक्ष में वोट डालने के निर्देश जारी होने के बाद यह सारा वोट बैंक भाजपा में शिफ्ट हो गया जबकि इससे पहले यह कांग्रेस के पास होता था। 2014 की भाजपा की जीत के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का बहुत बड़ा रोल था क्योंकि संघ के कई प्रचारकों ने हरियाणा के चप्पे-चप्पे को छान मारा था तथा बिना किसी पक्षीय विरोध के भाजपा हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी जिसके आधार पर ही भाजपा और डेरा सच्चा सौदा के बीच संपर्क बनाया गया। गुरमीत राम रहीम के जेल में जाने के बाद इस डेरे के वोट बैंक को लेकर भाजपा/राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा कांग्रेस में खींचतान तेज होने की संभावना है। वैसे भी भाजपा के सत्ता में रहते हुए डेरा प्रमुख को हुई सजा को लेकर कुछ विरोध भी उसके खिलाफ पनप सकता है।