Edited By Updated: 17 Jan, 2017 03:02 PM
सोमवार को दिल्ली में हुई कांग्रेस की प्रैस कांफ्रैंस के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू लगातार 32 मिनट बोले और इन 32 मिनट में सिद्धू ने
लुधियाना (हितेश): सोमवार को दिल्ली में हुई कांग्रेस की प्रैस कांफ्रैंस के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू लगातार 32 मिनट बोले और इन 32 मिनट में सिद्धू ने अकाली दल को मुख्य तौर पर निशाने पर रखा। सिद्धू के तेवरों से साफ है कि चुनाव प्रचार के अगले 15 दिनों के दौरान उनके निशाने पर मुख्य रूप से अकाली दल व बादल परिवार ही रहेगा क्योंकि सिद्धू प्रैस कांफ्रैंस के दौरान भाजपा के संबंध में पूछे गए सवालों को लगातार टालते रहे। आवाज-ए-पंजाब फ्रंट बनाते समय सिद्धू अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भी जमकर हमलावर थे लेकिन सोमवार की प्रैस कांफ्रैंस के दौरान सिद्धू केजरीवाल पर हमले से बचते नजर आए। दिन में नवजोत सिंह सिद्धू दिल्ली में प्रैस कांफ्रैंस कर रहे थे तो शाम को अमृतसर ईस्ट सीट से कांग्रेस ने उनके नाम की घोषणा कर दी। इसका साफ मतलब है कि सिद्धू 18 जनवरी से पहले-पहले नामांकन दाखिल करेंगे।
सिद्धू कांग्रेस की रणनीति का अहम हिस्सा
कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने ट्वीट करके कहा था कि वह और सिद्धू 19 जनवरी को इकट्ठे प्रैस कांफ्रैंस करेंगे, लेकिन सिद्धू शायद अमृतसर में प्रचार की शुरुआत भी कैप्टन के साथ मिलकर नहीं करना चाहते। सिद्धू को आगे करके कांग्रेस हाईकमान ने सत्ता का दूसरा केंद्र भी स्थापित कर दिया है। सोमवार पूरा दिन कांग्रेस में सिद्धू को लेकर चर्चा होती रही। इसका साफ मतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू आने वाले दिनों में कांग्रेस की रणनीति का अहम हिस्सा और चेहरा हो सकते हैं। कांग्रेस हाईकमान ने कैप्टन अमरेंद्र सिंह को लंबी से सहमति देकर उन्हें इसी हलके तक सीमित रखने का प्रबंध कर दिया है। इसका मतलब है कि सिद्धू प्रचार का मुख्य चेहरा होंगे।
सिद्धू ने किए एक तीर से दो निशाने
सिद्धू ने इस बात के साफ संकेत दिए हैं कि उनकी पूरी कंपेन बादलों के इर्द-गिर्द घूमेगी। इससे साफ है कि आने वाले दिनों में चुनाव प्रचार के दौरान सिद्धू बादल परिवार पर अपनी जुमलेबाजी से बड़े हमले बोलेंगे। ऐसा करके वे एक तीर से दो निशाने करना चाहते हैं। इससे उनको पहला फायदा यह होगा कि वे जनता में पापुलर होंगे। दूसरे बादल परिवार के खिलाफ बोलने के कारण उनका कद बढ़ेगा। सिद्धू बड़ी सोची-समझी रणनीति के तहत ऐसा कर रहे हैं। उन्हें पता है कि कैप्टन अमरेंद्र का यह अंतिम चुनाव है। पंजाब जीतने के हालत में चाहे उनकी पॉजीशन नम्बर 2 की रहे लेकिन आने वाले समय में कांग्रेस का चेहरा बन सकते हैं।
कैप्टन पर अपरोक्ष निशाना
सिद्धू से जब पूछा गया कि राहुल गांधी व मनमोहन सिंह पर अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करते रहे हैं तो उन्होंने कहा कि उन्हें भी टांगा पार्टी कहकर कटाक्ष किया जाता रहा है। ऐसा कह उन्होंने कैप्टन का नाम लिए बिना उन अपरोक्ष निशाना साधा। उल्लेखनीय है कि प्रैस कांफ्रैंस में कैप्टन मौजूद नहीं थे। इससे भी दोनों के संबंधों कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।