Edited By Updated: 20 Mar, 2017 02:41 PM
तेलंगाना के शहर हैदराबाद के नरसी मोनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमैंट में एम.बी.ए. कर रहे लुधियाना के मोहक अग्रवाल की 10 मार्च को शकी हालात में मौत हो गई।
लुधियानाः तेलंगाना के शहर हैदराबाद के नरसी मोनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमैंट में एम.बी.ए. कर रहे लुधियाना के मोहक अग्रवाल की 10 मार्च को शकी हालात में मौत हो गई। इंस्टीट्यूट मैनेजमेंट का कहना है कि मोहक शराब पीने के बाद पांचवीं मंजिल पर बनी पानी वाली टंकी से गिर गया जिससे उसकी मौत हुई है।
दूसरी ओर मोहक के घरवालों का आरोप है कि मोहक का कत्ल किया गया है, लेकिन मैनेजमैंट की ओर से मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने सी.एम. कैप्टन अमरेंद्र सिंह और डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा से तेलंगाना के सी.एम. और डी.जी.पी. से बात कर मामले की जांच करवाने की मांग की है।
प्रैस काॅन्फ्रैंस में जानकारी देते चंडीगढ़ रोड पर रहने वाले मोहक के पिता सुनील अग्रवाल और बहन डाॅ. आस्था अग्रवाल ने बताया कि मोहक ने जून 2016 में एम.बी.ए. करने के लिए हैदराबाद में दाखिला लिया था, वह वहां हॉस्टल में रहता था। इसी महीने 2 मार्च को उसका बर्थडे था जो उसने अपने दोस्तों के साथ मनाया और फोन पर उन्हें इसके बारे में बताया था। 10 मार्च सुबह करीब साढ़े आठ बजे काॅलेज मैनेजमेंट की ओर से आस्था को फोन पर मोहक की मौत होने की बात बताई गई। उन्हें बताया गया कि मोहक ने 9 मार्च रात को किसी दोस्त के फ्लैट पर बर्थडे पार्टी दी थी, जहां ज्यादा शराब पीने के बाद मोहक दो दोस्तों के साथ इंस्टीट्यूट की पांचवीं मंजिल पर बनी पानी वाली टंकी पर सो गया और वहां से गिर कर उसकी मौत हो गई। आस्था ने आरोप लगाया कि वहां पहुंचने पर उन्हें पता चला कि सिर्फ एक सुरक्षाकर्मी के अलावा किसी को मोहक के गिरने की आवाज तक सुनाई नहीं दी। वहां कोई रिकाॅर्ड नहीं था कि रात को स्टूडेंट कब बाहर गए और कब पार्टी कर वापस हॉस्टल लौटे।
परिवार ने दावा किया कि टंकी पर इतनी जगह ही नहीं है कि तीन लोग इकट्ठे सो सकें। सुनील अग्रवाल ने कहा कि मोहक के शरीर की सारी हड्डियां टूटी हुई थीं, लेकिन पांचवीं मंजिल से गिरने के बाद भी उसके मोबाइल का सिर्फ गार्ड ही टूटा था जबकि मोहक की पैंट की जेब में मोबाइल था जिस ओर वह गिरा हुआ था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मैनेजमेंट मोहक के ज्यादा शराब पीकर गिरने की बात कर रही है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसा कुछ नहीं आया। उन्होंने कहा कि काॅलेज प्रबंधन ने सभी स्टूडेंट्स को डराया हुआ है इसी कारण कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।