Edited By Updated: 29 Jan, 2017 11:16 AM
पंजाब में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती पार्टी के गढ़ रहे इलाकों में रैलियां करने आ रही हैं। मायावती की 30 जनवरी को फगवाड़ा और महल कलां में रैलियां रखी गई हैं।
जालंधरःपंजाब में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती पार्टी के गढ़ रहे इलाकों में रैलियां करने आ रही हैं। मायावती की 30 जनवरी को फगवाड़ा और महल कलां में रैलियां रखी गई हैं। मालवा और माझा के ये 2 इलाके गत 25 वर्ष बसपा की मजबूती वाले इलाके रहे हैं। वर्ष 1992 के चुनाव में तो बसपा पंजाब में 9 सीटें भी जीत गई थी। उसके बाद हुए चुनावों में हालांकि पार्टी को वैसी सफलता नहीं मिल सकी लेकिन उसके उम्मीदवार हमेशा दूसरे अथवा तीसरे नंबर पर आते रहे हैं परंतु 2014 के चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) ने दोआबा में बसपा के मजबूत हलकों में सेंध लगा दी थी।
मालवा में भी बसपा ने 1992 के चुनाव में 3 सीटें जीती थीं लेकिन पिछले चुनाव तक मालवा में भी बसपा के उम्मीदवार अपनी जमानत बचाने योग्य वोट भी हासिल नहीं कर पाए थे। यहां सियासी रूप से दफन हो चुकी बसपा को उठाने के लिए ही महल कलां में रैली रखी गई है। अपने खोए आधार को पाने के लिए बसपा यह चुनाव मजबूत चेहरों को सामने रख कर लड़ रही है। पार्टी ने पंजाब के अध्यक्ष रहे अवतार सिंह करीमपुरी को फिल्लौर सीट से मैदान में उतारा है। इस सीट पर बसपा को गत चुनाव में 42,328 वोट हासिल हुए थे। इसके अलावा नए और युवा चेहरे मैदान में उतार कर बसपा खोया आधार पाने की कोशिश कर रही है।
1992 में इन सीटों पर जीती थी बसपा
उल्लेखनीय है कि 1992 के चुनावों में बसपा ने कई सीटों पर विजय प्राप्त की थी। इन सीटों में आदमपुर,बंगा,माहिलपुर ,गढ़शंकर ,बलाचौर ,शामचौरासी ,शेरपुर ,भदौड़
धर्मकोट शामिल हैं। देखना होगा कि क्या मायावती की रैलियां कोई जादू चला पाती है कि नहीं।