Edited By Updated: 22 Feb, 2017 05:23 PM
दिल्ली में 26 फरवरी को होने वाले डी.एस.जी.एम.सी. चुनावों से आप ने किनारा कर लिया है। इसका कारण पंथक सेवा दल को लेकर विधायकों का एकजुट न होना है। पंथक सेवा दल का गठन करने वाले पार्टी के विधायक अवतार सिंह कालकाजीने कहा कि उन्होंने काफी कोशिश कि पार्टी...
नई दिल्लीःदिल्ली में 26 फरवरी को होने वाले डी.एस.जी.एम.सी. चुनावों से आप ने किनारा कर लिया है। इसका कारण पंथक सेवा दल को लेकर विधायकों का एकजुट न होना है। पंथक सेवा दल का गठन करने वाले पार्टी के विधायक अवतार सिंह कालकाजीने कहा कि उन्होंने काफी कोशिश कि पार्टी गुरुद्वारा चुनावों में अपना प्रत्याशी उतारे ,लेकिन वह इसमें असफल रहे। उन्हें पार्टी का समर्थन नहीं मिला।
पार्टी के 2 सिख विधायकों में से जरनैल सिंह (जूनियर) जिन्होंने पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए दिल्ली में राजौरी विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था । वह भी पंथक दल को समर्थन नहीं दे रहे । अवतार सिंह ने नाराजगी जाहिर करते कहा कि पार्टी विधायक उनकी जगह अन्य दलों के नेताओ का समर्थन दे रहे हैं। वह 18 माह से चुनावों की तैयारी कर रहे थे,लेकिन पार्टी में बराबरी के हिस्सेदारी होने के बावजूद उन्हें समर्थन नहीं मिला। पार्टी विधायकों द्वारा अन्य दलों को समर्थन देना उचित नहीं है।
इस संबंधी जब पूर्व विधायक जरनैल सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने किसी भी उम्मीदवार को समर्थन देने से इनकार किया है।उल्लेखनीय है कि 100 करोड़ के वार्षिक बजट के साथ डी.एस.जी.एम.सी. कमेटी 9 गुरुद्वारों, 6 कॉलेजों,18 स्कूलों तथा अन्य संस्थानों का प्रबंधन देखता है। कमेटी दिल्ली में 8 लाख से ज्यादा सिखों की प्रतिनिधित्व करती है।