Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Oct, 2017 08:53 AM
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने ईराक के मौसूल शहर में बन्दी बनाए गए 39 पंजाबी भारतीय नौजवानों के परिवारों के डी.एन.ए. टैस्ट करवाने का जो निर्णय लिया है
गुरदासपुर (विनोद): भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने ईराक के मौसूल शहर में बन्दी बनाए गए 39 पंजाबी भारतीय नौजवानों के परिवारों के डी.एन.ए. टैस्ट करवाने का जो निर्णय लिया है जिसमें जिला गुरदासपुर का सेहत विभाग तो सफल हो गया है और उसने ये सैंपल फॉरैंसिक लैब हैदराबाद में भेज दिए हैं जबकि जिला अमृतसर में इस संबंधी विशेष किटें उपलब्ध न होने के कारण यह सैम्पल आगे केन्द्र सरकार को अभी नहीं भेजे जा सके।
गौरतलब है कि ये सभी पंजाबी युवक रोटी-रोजी कमाने के लिए वर्ष 2014 में ईराक गए थे लेकिन ईराक में गृहयुद्ध के चलते आतंकवादी संगठन आई.एस.आई.एस. ने तब भारत के पंजाब के 40 नौजवानों को 15 जून 2014 को बन्दी बना लिया था, परंतु तब इनमें शामिल जिला गुरदासपुर के 5 युवकों में से एक हरजीत मसीह निवासी काला अफगाना आतंकवादियों के कब्जे से भागने में सफल गया था जो भारत वापस आ गया।
जिला गुरदासपुर के अन्य 4 युवक गांव तलवंडी झियूरां निवासी धर्मेन्द्र कुमार पुत्र राज कुमार, मलकीयत सिंह पुत्र सुखदेव सिंह निवासी तेलियांवाल, गांव रूपोवाली निवासी कंवलजीत सिंह पुत्र हरभजन सिंह तथा बटाला का हरीश कुमार हैं। इस समय हरीश कुमार का परिवार अमृतसर रह रहा है जिसके डी.एन.ए. के लिए ब्लड सैम्पल नहीं लिए जा सके हैं। बताया जाता है कि सेहत विभाग गुरदासपुर ने प्राईवेट स्तर पर फालाइंडर ट्रांसपोर्ट एसोसिएट किटें प्राप्त कर डी.एन.ए. के ब्लड सैम्पल भिजवाए हैं। पता चला है कि स्वास्थ्य विभाग के पास फालाइंडर ट्रांसपोर्ट एसोसिएट किटों की भारी कमी है तथा ये फॉरैंसिक लैबोरेटरी हैदराबाद से मुहैया होती हैं। इस एक किट की कीमत करीब 56,000 रुपए है।
सैम्पल ईराक भेजे जाएंगे
जानकारी अनुसार ईराक के मौसूल शहर को आतंकवादियों से मुक्त करवाने के बाद वहां पर बहुत अधिक संख्या में मानव पिंजर मिले हैं। कहा जा रहा है कि ये सभी पिंजर आतंकवादियों द्वारा बन्दी बनाए गए लोगों के हैं। यह सूचना भारत सरकार को मिलने पर ही भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने अपने 39 लापता नौजवानों के परिवारों के ब्लड सैम्पल लेने का क्रम शुरू किया है। केन्द्र सरकार अब भी इन लापता भारतीय नौजवानों को मृतघोषित नहीं कर सकती तथा मौसूल में मिले मानव पिंजरों के टैस्ट मिलाने के बाद ही सरकार कोई स्पष्ट बात कह सकती है। सेहत विभाग लापता नौजवानों के परिवार के 3-3 मैंबरों के 2-2 सैम्पल ले रहा है तथा लिए गए सैम्पलों में से एक तो भारत में रहेगा जबकि दूसरा सैम्पल ईराक भेजा जाएगा।