Edited By Updated: 24 Jun, 2016 01:53 PM
अपने सुरक्षा कवच को बढ़वाने व प्रसिद्धी बटोरने के लिए खुद पर गोली चलवाने का ड्रामा रचने वाले शिव सेना के
लुधियाना(महेश): अपने सुरक्षा कवच को बढ़वाने व प्रसिद्धी बटोरने के लिए खुद पर गोली चलवाने का ड्रामा रचने वाले शिव सेना के तथाकथित नेता अमित अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस संबंध में अमित के नौकर व अमित के सुरक्षा कर्मी कांस्टेबल ओम प्रकाश को भी गिरफ्तार किया है।
सिंगल विंडो में आयोजित प्रैसवार्ता में वीरवार को औलख ने बताया कि खुद को शिव सेना पंजाब का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताने वाले अमित अरोड़ा ने बस्ती जोधेवाल थाने में 4 फरवरी को बाइक सवार 2 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या के प्रयास व आर्म एक्ट के तहत केस दर्ज करवाया था। अपनी शिकायत में उसने कहा था कि जब वह 3 फरवरी की शाम को जालंधर बाईपास स्थित अपने कार्यालय से जमालपुर स्थित अपने घर की तरफ जा रहा था तो बस्ती जोधेवाल चौक के पास एक रेहड़ी पर सूप पीने के लिए रुके तो इसी दौरान बाइक पर 2 हमलावर आए जिन्होंने उसे जाने से मार देने की नीयत से उस पर फायर किया। वह इस घटना में बाल-बाल बच गया। गोली उसकी गर्दन को छू कर निकल गई। अगर समय रहते वह न झुकता तो उसकी जान जा सकती थी।
औलख ने बताया कि तब पुलिस को अमित की गाड़ी से गोली का एक खोल भी बरामद हुआ था। उस वक्त अमित का नौकर मनी व उसका गनमैन ओम प्रकाश भी उसके साथ थे। तब तो पुलिस ने अमित के बयान को सही मानकर केस दर्ज कर लिया था और उसका सुरक्षा कवच भी बढ़ा दिया, परंतु बाद में जब एफ.एस.एल. की रिपोर्ट आई तो पुलिस हैरान रह गई। रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया था कि अमित की गर्दन पर जो निशान पाए गए हैं वह गोली के नहीं है। गोली से जख्म के आसपास का भाग जल जाता है, जबकि इस मामले में ऐसा कुछ नहीं है। इसके आधार पर अमित की मैडीकल व एफ.एस.एल. रिपोर्ट के आधार पर मामले की गहराई से छानबीन की तो सारा सच सामने आ गया।
पुलिस ने तत्काल हरकत में आते हुए 22 जून को अमित अरोड़ा, उसके नौकर मनी व सुरक्षा कर्मी ओमप्रकाश को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। औलख ने बताया कि अमित ने कबूल किया उसने अपना सुरक्षा कवच बढ़वाने व एस्कोर्ट व्हीकल लेने के लिए यह ड्रामा रचा था। मनी को 1 लाख रुपए देकर व ओम प्रकाश को तरक्की का लालच देकर उसने उन्हें अपने साथ मिला लिया था और वह भी पुलिस को अब तक गुमराह करते हुए आ रहे थे। पूछताछ में आरोपियों ने भी यह कबूल किया कि गोली चली ही नहीं थी। उक्त आरोपियों ने लोहे के सरिए से अमित की गर्दन पर जख्म बनाया था। उस सरिए को बरामद करके जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया है। मौके पर मिला गोली का खोल कहां से लाया गया इस बाबत पूछताछ की जानी अभी बाकी है।