Edited By Updated: 24 Sep, 2016 12:29 PM
देश के कुछ हिस्सों में जापानी बुखार के मामले सामने आने पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जापानी बुखार...
लुधियाना(सहगल): देश के कुछ हिस्सों में जापानी बुखार के मामले सामने आने पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जापानी बुखार पर अधिसूचना जारी कर असम, बिहार, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश तथा पश्चिमी बंगाल आदि की राज्य सरकारों को जापानी बुखार की रोकथाम पर विशेष ध्यान देने को कहा है। इन राज्यों में डेंगू व चिकनगुनिया के बाद जापानी बुखार के कई मामले सामने आ चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि 11 अगस्त को लोकसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्ढा ने जापानी इसेफलाइटिल यानी साधारण भाषा में जापानी बुखार को नोटीफाएबिल बीमारी बनाने का भरोसा दिलाया था। बुधवार को देश के सभी राज्य को यह नोटीफिकेशन जारी कर दिया गया। उपरोक्त के अलावा अन्य राज्यों को भी सावधान रहने के लिए कहा गया है। पंजाब में पहले ही डेंगू व चिकनगुनिया का प्रकोप चल रहा है।
कैसे फैलता है जापानी बुखार
जापानी बुखार क्युलिक्स ग्रुप के मच्छरों के काटने से होता है। जो जानवरों विशेषकर सूअरों अथवा पक्षियों का खून पीते हैं। यह म‘छर चावल की खेती करने वाले प्रदेश में पाया जाता है। पंजाब में भी भरपूर मात्रा में चावल की खेती होती है। यह मनुष्य से मनुष्य में नहीं फैलता। इसका कोई निर्धारित उपचार नहीं परन्तु बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध है।