Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Nov, 2017 10:59 AM
थर्मल्ज कांट्रैक्ट वर्कर्ज ने परिवारों सहित प्रदेश स्तरीय रोष धरना दिया।
पटियाला/रखड़ा (राणा): थर्मल्ज कांट्रैक्ट वर्कर्ज ने परिवारों सहित प्रदेश स्तरीय रोष धरना दिया। रजिंद्र सिंह ढिल्लों और बलेहार सिंह ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले अपने चुनावी मैनीफैस्टो के द्वारा एक वायदा यह भी किया था कि प्रत्येक घर के एक सदस्य को पक्की नौकरी दी जाएगी परंतु इसके उलट पंजाब सरकार लोगों के साथ किए अपने वायदों से भाग रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी संस्थानों का निजीकरण और पंचायतीकरण करके सरकार लोक विरोधी फैसले भी ले रही है। सरकार अलग-अलग सरकारी संस्थानों में से कच्चे कर्मचारियों की छंटनी कर रही है।
महंगी बिजली पैदा करने और बेचने वाले निजी थर्मल प्लांटों को चला कर सस्ती बिजली पैदा करने वाले सरकारी थर्मल प्लांटों को बंद रखा जा रहा है। गुरु नानक देव थर्मल प्लांट बठिंडा के नवीनीकरण पर साढ़े 700 करोड़ रुपए खर्चने के बावजूद चारों यूनिट बंद करके कच्चे कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। धरने दौरान जगरूप सिंह, अश्विनी कुमार, कर्मवीर सिंह, सिमरजीत सिंह ने पंजाब सरकार से मांग की कि बठिंडा थर्मल प्लांट को चालू करके बठिंडा थर्मल और पावरकाम एंड ट्रांसको में से छंटनी किए कर्मचारियों को फिर नौकरी पर बहाल किया जाए।
थर्मल प्लांट कांट्रैक्ट कर्मचारियों के प्रदेश स्तरीय धरने में विशेष तौर पर शिरकत करने पहुंचे जल सप्लाई और सैनीटेशन कांट्रैक्ट वर्कर्ज यूनियन के राज्य प्रधान वरिंद्र सिंह मोमी के नेतृत्व में पटियाला-नाभा रोड पर स्थित जल सप्लाई सैनीटेशन के मुख्य दफ्तर के आगे जैसे ही भीड़ जुटनी शुरू हुई तो पुलिस ने कर्मचारियों की बढ़ती तादाद को देखते हुए समूचे विभाग के मुख्य गेट के आगे भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी।