Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 01:18 PM
समाज में जैसे-जैसे इंटरनैट के सहारे सोशल मीडिया अपने पांव पसार रहा है, वैसे-वैसे महिलाओं के साथ जुर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं। फरीदकोट में गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष महिलाओं के साथ जुर्म की घटनाओं में वृद्धि हुई है। महिलाओं के साथ जुर्म की घटनाओं में...
फरीदकोट (हाली): समाज में जैसे-जैसे इंटरनैट के सहारे सोशल मीडिया अपने पांव पसार रहा है, वैसे-वैसे महिलाओं के साथ जुर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं। फरीदकोट में गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष महिलाओं के साथ जुर्म की घटनाओं में वृद्धि हुई है। महिलाओं के साथ जुर्म की घटनाओं में सबसे बड़ा जुर्म दुष्कर्म व छेड़छाड़ हैं। इसके अलावा घरेलू ङ्क्षहसा भी इसमें बड़ा योगदान डाल रही है। फरीदकोट में महिलाओं के अपराधों की दास्तान बारे अगर गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष की तुलना करें तो काफी वृद्धि दिखाई दी है।
महिलाओं पर लगातार हो रहे अपराधों बारे एक कारोबारी की पत्नी हरमीत गांधी ने कहा कि इसके लिए सबसे अधिक जिम्मेदार सोशल मीडिया है, क्योंकि इस पर कई लोग गलत आई.डीज बनाकर भोली-भाली लड़कियों को अपने जाल में फंसा लेते हैं व यहीं से महिलाओं के साथ अपराधों की दास्तान शुरू हो जाती है। उन्होंने महिलाओं को अनुरोध किया कि वे सोशल मीडिया का चौकस होकर प्रयोग करें। -हरमीत गांधी
समाज सेविका गोगी सचदेवा ने कहा कि महिलाओं पर बढ़ रहे जुर्म समाज में ङ्क्षचता का विषय हैं। इसी कारण समाज में भ्रूण हत्या की कुरीति भी लगातार बढ़ रही है। जरूरत है समाज व महिलाओं को अपराधों के आंकड़े बताकर जागरूक करने की ताकि महिलाएं समाज में बेखौफ होकर विचर सकें। -समाज सेविका गोगी सचदेवा
जिले के वरिष्ठ पुलिस कप्तान डा. नानक सिंह ने महिलाओं पर अपराधों के आंकड़ों की पुष्टिï करते हुए कहा कि आमतौर पर पहले इन मामलों में केस दर्ज करवाने से महिलाएं संकोच कर जाती थीं, मगर अब जागरूक होने के कारण महिलाएं अपराधों के प्रति सावधान व निडर होकर सामने आ रही हैं। पुलिस अधिकारियों को इस तरह के अपराधों प्रति सचेत रहने के लिए समय-समय पर मीटिंगें करके चौकस किया जाता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं पर बढ़ रहे अपराधों बारे वैसे भी समाज सेवियों के सहयोग से समागम कर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। -एस.एस.पी. डा. नानक सिंह