Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Nov, 2017 11:23 AM
पंजाब एवं हरियाणा में सरगर्म कुख्यात गैंगस्टरों के लिए सीमावर्ती राज्यों में बने कथित डेरे शरणस्थली बन चुके हैं। राज्य में वारदात को अंजाम देकर जहां आरोपी इन डेरों में जा छिपते हैं, वहीं इन्हें पकडऩे के लिए पुलिस जगह-जगह की धूल फांकती फिरती है।...
लुधियाना(पंकज): पंजाब एवं हरियाणा में सरगर्म कुख्यात गैंगस्टरों के लिए सीमावर्ती राज्यों में बने कथित डेरे शरणस्थली बन चुके हैं। राज्य में वारदात को अंजाम देकर जहां आरोपी इन डेरों में जा छिपते हैं, वहीं इन्हें पकडऩे के लिए पुलिस जगह-जगह की धूल फांकती फिरती है। पकड़े जाने पर ऐसे गैंगस्टरों को अपने यहां शरण देने वालों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई न होना डेरा प्रबंधकों के हौसले बुलंद किए हुए है।
पंजाब में इस समय दर्जनों गैंगस्टर ग्रुप सरगर्म हैं, जोकि न सिर्फ अपना-अपना वर्चस्व कायम करने के लिए एक-दूसरे की जान के प्यासे बने हुए हैं, बल्कि नशा कारोबार, बुकीज व अन्य गैर-कानूनी काम करने वालों पर अपना एकछत्र साम्राज्य खड़ा करने के लिए खूनी होली खेल रहे हैं। इन गैंगस्टर ग्रुपों के कुख्यात नेता जेलों में बैठकर हर उस एक्टीविटी को अंजाम दे रहे हैं, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। पहले राज्य के विभिन्न शहरों में वारदात करके गैंगस्टर अपने सम्पर्क के दूसरे शहरों में सरगर्म साथियों के ठिकानों पर जा पहुंचते थे, जोकि मामला शांत होने तक उन्हें सेफ जगह पर ठहराते थे परंतु राज्य में कांग्रेस सरकार के अस्तित्व में आते ही मुख्यमंत्री द्वारा गैंगस्टरों व मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त तस्करों पर नकेल कसने के लिए गठित एस.टी.एफ. व एस.टी.यू. की सक्रियता ने उनके लिए हालात विकट बना दिए हैं।
चंद माह में राज्य के प्रत्येक शहर व कस्बे में अपना स्लीपर सैल गठित करने में सफल रही इन यूनिटों की एक्टीविटी ने जेलों से बाहर गैंगस्टरों की परेशानियां बढ़ा दीं, जिस कारण नामी गैंगस्टर वारदात करने उपरांत दूसरे शहर में सरगर्म अपने साथियों के पास जाकर रहने का रिस्क उठाने की बजाय सीमावर्ती राज्यों में बने डेरों में जा छिपने लगे हैं। जहां तक पहुंचना अथवा उन्हें पकड़ पाना पुलिस टीमों के लिए खासी चुनौती जैसा है। कमिश्नरेट पुलिस द्वारा गत दिवस अपने गैंग के साथ गिरफ्तार बाकिं्सग का नैशनल प्लेयर दविंद्र सिंह उर्फ पीटर इसकी जिंदा मिसाल है, जिसने पूछताछ के दौरान माना कि वारदात करने के बाद वह डेरों में जा छिपता था, जोकि सबसे सुरक्षित ठिकाने हैं।