Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 12:30 PM
सीटू पंजाब के आह्वान पर मनरेगा श्रमिकों व निर्माण मजदूरों ने सोमवार को अपनी मांगों के समर्थन में जिला प्रशासनिक कॉम्पलैक्स के बाहर रोष प्रकट महिन्द्र कुमार बड्डोआण, कमजीत सिंह राजपुर भाईयां, मंजीत कौर के नेतृत्व में धरना दिया। नेताओं ने पंजाब सरकार...
होशियारपुर(अश्विनी): सीटू पंजाब के आह्वान पर मनरेगा श्रमिकों व निर्माण मजदूरों ने सोमवार को अपनी मांगों के समर्थन में जिला प्रशासनिक कॉम्पलैक्स के बाहर रोष प्रकट महिन्द्र कुमार बड्डोआण, कमजीत सिंह राजपुर भाईयां, मंजीत कौर के नेतृत्व में धरना दिया। नेताओं ने पंजाब सरकार द्वारा मनरेगा व निर्माण श्रमिकों की मांगें न मानने की कड़ी आलोचना करते कहा कि कैप्टन सरकार भी मोदी सरकार के नक्शे कदम पर चलकर श्रमिकों के अधिकारों को कुचलना चाहती है।
उन्होंने कहा कि वामपंथी दलों के दबाव में बनाए गए मनरेगा एक्ट 2005, कंस्ट्रक्शन वर्कर्ज बिल 1996 की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। मनरेगा श्रमिकों को वर्ष में 15 दिन से ज्यादा काम नहीं दिया जाता और न ही बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है। श्रमिकों की बकाया मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा।
उन्होंने चेतावनी दी कि ये मांगें तत्काल न मानीं, तो श्रमिक वर्ग संघर्ष और तेज कर देगा। श्रमिकों के रोष को देखते हुए बाद में सहायक श्रम आयुक्त इकबाल सिंह ने बाहर आकर धरना स्थल पर ज्ञापन प्राप्त किया। इस मौके पर बीबी राजिन्द्र कौर, शेर जंग बहादुर, रिंकू थापर, बलविन्द्र कौर, हरमनजीत कौर, रंजीत कौर, दमनजीत, रामप्यारी, महिन्द्र सिंह, तारा सतनौर ने संबोधित किया।