Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Nov, 2017 12:15 PM
परिवहन विभाग में बतौर बूट आप्रेटर काम करने वाली निजी कंपनी स्मार्ट चिप के किस्से न केवल प्रदेश में बल्कि पंजाब से बाहर भी काफी मशहूर हो चुके हैं। कंपनी के अंदर काम करने वाले कर्मचारियों के चर्चे इतने अधिक हैं कि इन पर बड़ी आसानी से एक किताब तक लिखी...
जालंधर(अमित): परिवहन विभाग में बतौर बूट आप्रेटर काम करने वाली निजी कंपनी स्मार्ट चिप के किस्से न केवल प्रदेश में बल्कि पंजाब से बाहर भी काफी मशहूर हो चुके हैं। कंपनी के अंदर काम करने वाले कर्मचारियों के चर्चे इतने अधिक हैं कि इन पर बड़ी आसानी से एक किताब तक लिखी जा सकती है। आए दिन किसी न किसी घोटाले या भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे रहने वाले कर्मचारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि ये खुद को विभाग के अधिकारियों से भी ऊपर समझते हैं जिसके चलते ये किसी भी नियम या कायदे-कानून की रत्ती भर भी परवाह नहीं करते और जो मन में आता है कर रहे हैं।
इसका जीता-जागता उदाहरण है निजी कंपनी के एक कर्मचारी द्वारा अपनी प्राइवेट गाड़ी पर न केवल प्रदेश सरकार का लोगो लगाया जाना बल्कि खुद को परिवहन विभाग का कर्मचारी बताकर सरेआम धोखा दिया जाना। उक्त कर्मचारी की लग्कारी गाड़ी हुंडई वर्ना जिसका नंबर पी.बी. 06 जे.4040 है रोकााना ट्रैक पर खड़ी होती है और गाड़ी के आगे वाले शीशे के ऊपर बिल्कुल सैंटर में एक स्टिकर लगा हुआ है जिसके ऊपर स्टेट एंबलम आफ इंडिया के साथ पंजाब सरकार लिखा हुआ है, इतना ही नहीं स्टिकर पर पंजाब ट्रांसपोर्ट डिपार्टमैंट भी लिखा हुआ है जिसे देखकर कोई भी इस बात का धोखा खा जाए कि उक्त गाड़ी किसी बड़े सरकारी मुलाकिाम की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस कर्मचारी की गाड़ी पर स्टिकर लगा हुआ था उसको शाम को यह कहते हुए सुना गया कि उसने अपनी गाड़ी पर कोई स्टिकर लगाया ही नहीं है, जिस स्टिकर को लेकर बात की जा रही है वह तो मारुति कंपनी द्वारा चलाए जा रहे ट्रेनिंग स्कूल की गाड़ी पर लगा हुआ था। न जाने किसने वह स्टिकर उसकी गाड़ी पर लगा दिया।