Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Jan, 2018 10:59 AM
पंजाब सरकार की तरफ से कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। सरकार की तरफ से कर्ज माफी की अपनाई गई नीति के तहत जो कर्जा माफी की लिस्टें सहकारी सोसायटियों के बाहर लगाई गई हैं, उनको पढ़ कर कर्ज माफी सिवाए एक मजाक के कुछ नहीं है।
पटियाला (बलजिन्द्र, राणा): पंजाब सरकार की तरफ से कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। सरकार की तरफ से कर्ज माफी की अपनाई गई नीति के तहत जो कर्जा माफी की लिस्टें सहकारी सोसायटियों के बाहर लगाई गई हैं, उनको पढ़ कर कर्ज माफी सिवाए एक मजाक के कुछ नहीं है। ऐसा ही भद्दा मजाक गांव घमरोदा के किसान बलविंद्र सिंह के साथ हुआ। उसको कर्ज माफी को लेकर काफी उम्मीद थी परंतु जब उसने गांव की सहकारी सोसायटी के बाहर लिस्ट लगी देखी तो उसे झटका लगा कि लिस्ट में उसकी केवल 7 रुपए माफी दिखाई गई है।
हालांकि जिला प्रशासन इसको क्लैरिकल गलती करार दे रहा है परंतु अब बलविंद्र सिंह की कोई सुनवाई नहीं कर रहा। बलविंद्र सिंह ने बताया कि उसने कुछ साल पहले सोसायटी से 41,700 रुपए का लोन लिया था परंतु जब अब नए साल पर लोन माफी आई तो सरकार ने लोन माफी की जो लिस्ट लगाई तो उसमें उसके साथ भद्दा मजाक किया गया और उसमें उसके 7 रुपए माफ किए गए। इस पर उसने तुरंत यह मसला सोसायटी के सचिव के पास उठाया, जिसने उसको एस.डी.एम. नाभा के दफ्तर भेज दिया जिन्होंने उसका केस तहसीलदार दफ्तर को रैफर कर दिया।
उन्होंने फाइल को लोकल पटवारी के पास भेज दिया और स्थानीय पटवारी भी कोई वाजिब जवाब न दे सका। अब फिर से वह तहसीलदार दफ्तर गए, जहां उनको भरोसा दिलाया गया कि उनका पूरा लोन माफ करवाया जाएगा। बलविंद्र सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी गुरमीत कौर की तरफ 62 हजार रुपए का कर्ज है जिसका लिस्ट में कहीं नाम ही नहीं है। यहां वर्णनीय है कि सरकार ने अढ़ाई एकड़ से कम वाले किसानों का लोन माफ करने से पहले की लिस्टें जारी की हैं।
सरकार ऐसी लिस्टें लगाकर किसानों के जख्मों पर नमक छिड़क रही : हरिंद्रपाल चन्दूमाजरा
पटियाला जिले के एक मात्र अकाली विधायक हरिंद्रपाल सिंह चन्दूमाजरा ने कहा कि सरकार की तरफ से 7 रुपए कर्ज माफी की लिस्टें लगाकर किसानों के जख्मों पर नमक छिड़का जा रहा है। सरकार ने पहले तो मुकम्मल कर्ज माफी का ऐलान करके किसानों को गुमराह किया। सरकार किसान के मात्र 7 रुपए माफ करके किसानों के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों के कारण आज किसानों के नाम सिब्बल (सॉफ्टवेयर) पर आ गए हैं और आज पंजाब का किसान पूर्ण तौर पर ऋणी हो गया है जिसके लिए मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरेंद्र सिंह और समूह कांग्रेस जिम्मेदार है। भारती किसान यूनियन डकौंदा के नेता जगमोहन सिंह ने बताया कि यह किसानों के साथ भद्दा मजाक है, जिसके खिलाफ भारतीय किसान यूनियन डिप्टी कमिश्नर दफ्तर का घेराव करके इसका विरोध करेगी।