Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Dec, 2017 02:01 PM
सरकारी अस्पताल पार्क बरनाला में मिड-डे मील वर्करों की मीटिंग माया धनौला की अध्यक्षता में हुई जिसमें बरनाला, महलकलां और शैहणा तीनों ब्लाकों के 113 मिड-डे मील वर्करों ने भाग लिया।
बरनाला(विवेक सिंधवानी,गोयल): सरकारी अस्पताल पार्क बरनाला में मिड-डे मील वर्करों की मीटिंग माया धनौला की अध्यक्षता में हुई जिसमें बरनाला, महलकलां और शैहणा तीनों ब्लाकों के 113 मिड-डे मील वर्करों ने भाग लिया। इस दौरान मिड-डे मील वर्करों ने सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की।मीटिंग को यूनियन की प्रांतीय नेता हरपाल कौर बरनाला ने कहा कि बड़े-बड़े वायदे करने वाली सरकारें सिर्फ वायदे करके ही टाइम पास कर रही हैं। उन्होंने 17 जनवरी को हड़ताल करने का ऐलान किया।
क्या है समस्याएं
*महीनों से मिड-डे मील वर्करों को मान-भत्ते के पैसे नहीं मिले।
*मिड-डे मील वर्करों को सिर्फ 10 महीनों के 56 रुपए दिहाड़ी के हिसाब से दिए जाते हैं।
*2 महीनों की छुट्टियों के पैसे काट लिए जाते हैं।
*वर्करों को 500 रुपए वृद्धि जनवरी 2017 से देने का ऐलान किया गया था परंतु पिछले 5 महीनों का बकाया नहीं दिया गया।
*कोई दुर्घटना होने पर मिड-डे मील वर्करों को कोई मुआवजा नहीं दिया जाता।
*वर्करों का कोई बीमा भी नहीं किया जाता है।
*स्कूलों में अधिकतर कार्य फिजूल करवाए जाते हैं।
*वर्करों को छुट्टी होने तक रोक कर उनसे स्कूल के ताले लगाने के लिए मजबूर किया जाता है।
*स्कूल से निकाले गए वर्करों को बहाल किया जाए।
*इस दौरान यूनियन का वफद डी.ई.ओ. एलीमैंटरी से मिला और अपनी मांगों के संबंध में विचार सांझे किए।