Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Nov, 2017 11:09 AM
विद्यार्थी जीवन से अपराध की दुनिया के दलदल में सिर से पांव तक धंसे व जेल में बंद होने के बावजूद विदेशी आतंकियों से संबंध स्थापित करके पंजाब में सिलसिलेवार हुई हाई-प्रोफाइल हत्याओं को अंजाम देने वाले हत्यारों को हथियार मुहैया करवाने वाले कम उम्र के...
लुधियाना (पंकज): विद्यार्थी जीवन से अपराध की दुनिया के दलदल में सिर से पांव तक धंसे व जेल में बंद होने के बावजूद विदेशी आतंकियों से संबंध स्थापित करके पंजाब में सिलसिलेवार हुई हाई-प्रोफाइल हत्याओं को अंजाम देने वाले हत्यारों को हथियार मुहैया करवाने वाले कम उम्र के गैंगस्टर धर्मेंद्र गुगनी के खिलाफ दर्ज दर्जनों मामलों में से एक मामले में अदालत से उम्रकैद की सजा मिलने की खबर से पीड़ित परिवारों को सुकून मिला है। हत्या के एक मामले में उम्रकैद की सजा पाने वाले गुगनी के खिलाफ दर्ज कई मामले अदालती प्रक्रिया के अंतिम पड़ाव में बताए जाते हैं।
गत 27 फरवरी, 2013 को मोहाली में घर के बाहर पार्किंग को लेकर वकील अमरप्रीत सिंह व उसके चाचा और भाई पर गुगनी तथा उसके साथियों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसमें अमरप्रीत की मौत होने उपरांत चली अदालती प्रक्रिया दौरान जिला अदालत ने गुगनी सहित अन्य आरोपियों को हत्या का दोषी मानकर उम्रकैद की सजा सुनाई है। यह पहला ऐसा बड़ा मामला है, जिसमें गुगनी को इतनी सख्त सजा हुई है। वकील हत्याकांड के बाद फरार गुगनी व उसके साथियों को गिरफ्तार करने वाले अधिकारियों में शामिल एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जेल में रहने के बावजूद गुगनी न सिर्फ अपना गैंग चलाता रहा, बल्कि अपने दुश्मनों को भी ठिकाने लगाने में सफल साजिश रचता रहा। कांग्रेसी सरपंच रवि ख्वाजके की हत्या भी गुगनी ने ही अपने खासमखास दोस्त गैंगस्टर दविन्द्र बंबीहा के हाथों करवाई थी।
अपराध जगत में अपने पैर पसार चुके गुगनी को इन दिनों विभिन्न जिलों की पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर लेकर राज्य में हुई हिन्दू नेताओं की हत्याओं संबंधी मामलों में पूछताछ कर रही है। गुगनी पर जेल में आतंकी हरमिन्द्र सिंह मिंटू संग मिलकर इन हत्याओं में हत्यारों द्वारा उपयोग किए गए हथियार मुहैया करवाने जैसे संगीन आरोप हैं। सिर्फ पंजाब पुलिस ही नहीं, अपितु एन.आई.ए. व सी.बी.आई. टीमों की राडार पर भी गुगनी लगातार है। पंजाब में गत कई दिनों से सक्रिय केन्द्रीय एजैंसियों के अधिकारी गुगनी के विदेशी सम्पर्कों को भी गम्भीरतापूर्वक खंगाल रही है। उधर, मोगा पुलिस ने चंद दिन पहले ही लुधियाना स्थित उसके पैट्रोल पम्प से मैनेजर को गिरफ्तार किया था, जहां से पुलिस को अवैध हथियार भी मिले थे। उधर, हाई-प्रोफाइल हत्याओं को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपियों में एक लुधियाना का रमनदीप सिंह भी गुगनी का सहपाठी बताया जाता है। कई हत्याओं व अन्य आपराधिक मामलों में संलिप्त गुगनी को अदालत द्वारा दी गई उम्रकैद की सजा पहला मामला है, जबकि बाकी मामलों में पुलिस आरोपी के खिलाफ पुख्ता सबूत होने का दावा कर रही है।