Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 10:30 AM
पावर-कॉम विभाग की ओर से बिजली की तारों की रिपेयर तथा लोगों को बढिय़ा बिजली सप्लाई की सुविधाएं देने के उद्देश्य से करीब-करीब प्रतिदिन किसी न किसी क्षेत्र में लंबे बिजली के खम्भे लगाए जा रहे हैं परन्तु शहर के विभिन्न मोहल्लों में अभी भी जहां बिजली की...
गुरदासपुर(दीपक): पावर-कॉम विभाग की ओर से बिजली की तारों की रिपेयर तथा लोगों को बढिय़ा बिजली सप्लाई की सुविधाएं देने के उद्देश्य से करीब-करीब प्रतिदिन किसी न किसी क्षेत्र में लंबे बिजली के खम्भे लगाए जा रहे हैं परन्तु शहर के विभिन्न मोहल्लों में अभी भी जहां बिजली की तारों के जंजाल लोगों की समस्याओं का कारण बन रहे हैं।
वहीं रिहायशी इलाके में घरों के ऊपर से गुजरती हाई वोल्टेज तारें किसी भी समय किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती हैं जिन्हें रिहायशी क्षेत्रों से बाहर निकालने के लिए कोई योजना अमल में नहीं लाई जा रही है।यहां वर्णनीय है कि गुरदासपुर के कई ऐसे मोहल्ले हैं जहां इमारतों के निर्माण के दौरान मजदूरों के हाई-वोल्टेज तारों की चपेट में आने से हादसे घटित हो चुके हैं, मगर इन तारों की ऊंचाई बढ़ाने तथा इन्हें रिहायशी इलाकों से हटाने को लेकर विभाग गंभीरता नहीं दिखा रहा। इसके चलते गुरदासपुर में तारों की चपेट में आने से कई लोग घायल हो रहे हैं तथा अपनी जानें गंवा रहें हैं।
कई बार हो चुके हैं बिजली की तारों से हादसे
बता दें कि गुरदासपुर में कई बार बिजली की ढीली तारों तथा घरों के ऊपर से निकलती तारों के कारण हादसे हो चुके हैं। सबसे अधिक हादसे उस वक्त होते हैं जब तेज हवाएं चलती हैं, क्योंकि तेज हवाएं चलने से तारें टूट कर लोगों के घरों में गिर जाती हैं जिसके कारण लोग इसकी चपेट में आकर कई बार घायल हुए हैं। लोगों द्वारा कई बार बिजली के पोल तथा बिजली की तारों को रिहायशी इलाकों में से हटाने की मांग की जाती है मगर बिजली विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा।
हाई-वोल्टेज तारों के नीचे मोबाइल फोन सुनना खतरे से खाली नहीं
गुरदासपुर में कई रिहायशी इलाकों में घरों में ही बिजली के पोल स्थापित किए गए हैं, जोकि बिजली एक्ट के खिलाफ है। इन घरों में रहने वाले कुछ लोगों ने बताया कि घरों के ऊपर से जाने वाली हाई-वोल्टेज तारों के नीचे खड़े होने पर बिजली सप्लाई की आवाज स्पष्ट तौर पर सुनाई देती है। उनका कहना है कि ऐसे में तारों के नीचे मोबाइल फोन तक सुनना काफी घातक सिद्ध हो सकता है। इस तरह की कुछ घटनाएं घटित भी हो चुकी हैं। इसी तरह से सॢदयों के दिनों में पतंगबाजी के शौकीन बच्चों के लिए भी ऐसी तारें किसी हादसे को न्यौता दे सकती हैं।
गुरदासपुर में कहां-कहां हैं भीड़-भाड़ तथा रिहायशी इलाकों में बिजली के पोल
गौरतलब है कि गुरदासपुर में कुछ ऐसे इलाके हैं जहां पर रिहायशी स्थानों के ऊपर से कम ऊंचाई पर बिजली की तारें गुजरती हैं तथा बिजली के पोल घरों के निकट हैं जिसके कारण कई लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं।
बता दें कि गुरदासपुर के हनुमान चौक में लगा बिजली का पोल जो आसपास की दुकानों के बिल्कुल पास है। हैरानी की बात तो यह है कि लोग बिना किसी भय के उसी पोल के नीचे रेहड़ी लगा कर बैठे हैं, जो किसी समय भी किसी हादसे का शिकार हो सकते हैं। गुरदासपुर में कई स्थान हैं जहां बिजली के पोल के पास ही बिजली की तारें बिखरी हुई नजर आती हैं। इसमें पुराने सिविल अस्पताल के मेन गेट के साथ ही लैबोरेटरी के बिल्कुल सामने लगा बिजली का पोल, डाकखाना चौक तथा गोपाल नगर मोहल्ला, बारठ वाली गली आदि स्थान शामिल हैं जहां रिहयाशी तथा लोगों की दुकान के साथ लगे बिजली के पोल हादसों को न्यौता दे रहे हैं।