Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Dec, 2017 01:22 PM
रामपुरा के 2 मैडीकल विद्यार्थियों के साथ 10 लाख रुपए की ठगी हुई है जिसके संबंध में पुलिस ने 3 पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है परन्तु अभी तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
बठिंडा (बलविंद्र): रामपुरा के 2 मैडीकल विद्यार्थियों के साथ 10 लाख रुपए की ठगी हुई है जिसके संबंध में पुलिस ने 3 पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है परन्तु अभी तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। छिंद्रपाल बांसल निवासी रामपुरा द्वारा एस.एस.पी. बठिंडा को दी शिकायत अनुसार ईशिका बांसल पुत्र छिंद्रपाल और रोबिन बांसल पुत्र हर्ष बांसल निवासी बङ्क्षठडा ने 12वीं कक्षा के बाद मैडीकल दाखिले के लिए टैस्ट दिया था परन्तु रैंक अधिक होने कारण इनको किसी भी कालेज में दाखिला नहीं मिल सका।
इसी दौरान इन्हें मॉडर्न इंस्टीच्यूट ऑफ मैडीकल साइंसेज इंदौर बारे पता लगा। छिंद्रपाल बांसल व हर्ष बांसल 1 सितम्बर 2016 को इंदौरा पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात डा. नतिंद्र सिंह के साथ हुई जो खुद को कालेज का मालिक बता रहा था। दोनों बच्चों के मैडीकल दाखिले के लिए 10 लाख रुपए मांगे गए। वह पैसे देने के लिए मान गए और मौके पर ही उक्त व्यक्ति को 2 लाख रुपए दे दिए, जबकि बाकी पैसे बाद में देने की बात की गई।
फिर 3 अक्तूबर 2016 को डा. नतिंद्र सिंह के 2 साथी लक्की सिद्धू निवासी इंदौर और डा. दिलशाद निवासी दिल्ली 8 लाख रुपए लेने के लिए रामपुरा पहुंच गए जहां उक्त को बाकी रकम भी अदा की गई। उसके बाद दोनों परिवार बच्चों को दाखिला मिलने का इंतजार करते रहे। वे संबंधित व्यक्तियों से संपर्क भी करते रहे परन्तु न तो बच्चों को दाखिला ही मिल सका और न ही पैसे मिले। आरोपियों के फोन नंबर भी बंद आ रहे हैं। पुलिस ने छानबीन के बाद डा. नङ्क्षतद्र सिंह, लक्की सिंह और डा. दिलशाद के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
नीट के जरिए लें दाखिला
शहर के एक प्रसिद्ध डाक्टर का कहना है कि हर पढ़े-लिखे व्यक्ति को पता है कि मैडीकल का दाखिला नीट के टैस्ट जरिए पारदर्शी तरीके से होता है। अगर फिर भी आंखें बंद कर कोई ठगा जाता है तो कसूरवार ठग नहीं, बल्कि लालच में आकर दो नंबर में अपने बच्चों को दाखिला दिलाने वाले माता-पिता हैं।