Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Nov, 2017 11:03 AM
मैरिज पैलेसों में सरेआम हो रही फायरिंग को रोकने के लिए सरकार नाकाम साबित हुई है, जबकि मैरिज पैलेसों में प्रशासन द्वारा विवाह पर हथियारों के प्रदर्शन व फायरिंग करने पर पूर्ण पाबंदी लगाई गई है परंतु प्रशासन इस ओर पूरी तरह ध्यान नही दे रहा है जिसके...
गिद्दड़बाहा(संध्या): मैरिज पैलेसों में सरेआम हो रही फायरिंग को रोकने के लिए सरकार नाकाम साबित हुई है, जबकि मैरिज पैलेसों में प्रशासन द्वारा विवाह पर हथियारों के प्रदर्शन व फायरिंग करने पर पूर्ण पाबंदी लगाई गई है परंतु प्रशासन इस ओर पूरी तरह ध्यान नही दे रहा है जिसके चलते कई कीमती जानें जा रही हैं।
जब विवाह समागमों में रिश्तेदारों द्वारा की गई फायरिंग से कीमती जान चली जाती है तो उस विवाह की खुशियां मातम में बदल जाती हैं। हादसा होने पर पुलिस केस दर्ज कर पल्ला झाड़ लेती है परंतु ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जाते। जिस कारण लोग भी बेखौफ होकर विवाह समारोह में हथियारों का प्रयोग करते हैं।
फीस बढऩे के बावजूद भी बड़ी संख्या में लाइसैंस होते हैं अप्लाई
पंजाब में हथियारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। भले ही प्रशासन द्वारा असला लाइसैंस की फीस बढ़ाकर 20 हजार रुपए कर दी गई है परंतु फिर भी लोगों द्वारा बड़ी संख्या में लाइसैंस अप्लाई किए जा रहे हैं। कुछ समय पहले आई.जी. पुलिस लुधियाना द्वारा यह खुलासा किया गया था कि पंजाब में देश भर में से सबसे अधिक हथियारों के लाइसैंस अप्लाई किए जाते हैं।