Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Dec, 2017 01:21 PM
शहर में सड़कों को बढिय़ा बनाने के बावजूद आज भी कई सड़कें व मोड़ ऐसे हैं, जहां लगातार हादसे होते ही रहते हैं। ऐसे खतरनाक मोड़ आए दिन राहगीरों की बलि ले रहे हैं। रोजाना मीडिया में इनकी खबरें प्रकाशित होती रहती हैं व कई परिवारों के चिराग भी इन हादसों के...
सुनाम(बांसल): शहर में सड़कों को बढिय़ा बनाने के बावजूद आज भी कई सड़कें व मोड़ ऐसे हैं, जहां लगातार हादसे होते ही रहते हैं। ऐसे खतरनाक मोड़ आए दिन राहगीरों की बलि ले रहे हैं। रोजाना मीडिया में इनकी खबरें प्रकाशित होती रहती हैं व कई परिवारों के चिराग भी इन हादसों के चलते बुझ चुके हैं।
संगरूर जिले में कई ऐसी सड़कें व मोड़ हैं जहां लोग हादसों का शिकार हो चुके हैं। भवानीगढ़ से संगरूर व सुनाम को जाते रास्ते तथा महिला चौक में पटियाला, सुनाम, दिड़बा व संगरूर को जाते रास्ते पर बना ब्रिज तथा संगरूर से सुनाम आते रास्ते में बने ब्रिज के दूसरी तरफ से आते वाहन के पता न चलने के कारण अब तक कई लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं।
सरकार सड़कों के एस्टीमेट पर दे ध्यान: कनकवाल
ठेकेदार नरिन्द्र कनकवाल ने बताया कि सरकार को एस्टीमेट पर ध्यान देकर सड़कें कुछ इस तरह से बनानी चाहिए कि कहीं भी तीव्र मोड़ न बनें व जहां ओवरब्रिज हैं, वहां कुछ ऐसा इंतजाम होना चाहिए कि दूसरी तरफ से आ रहे वाहन का पता चल सके।
रोजाना एक्सीडैंट में हो रही बढ़ौतरी: नगर पार्षद
नगर पार्षद ऋषिपाल ने कहा कि कई मोड़ ऐसे हैं, जहां रोजाना एक्सीडैंट में बढ़ौतरी हो रही है। चीमा को जाते मोड़ पर कई एक्सीडैंट हो चुके हैं व सुनाम से कुलारा मोड़ पर कई हादसे हो चुके हैं। चीमां मोड़ पर तो लोगों द्वारा धरना भी लगाया जा चुका है और इसे सीधा करवाने के भी प्रयास हो रहे हैं। सरकार इसे तुरंत सीधा करवाए ताकि हादसों में कमी आ सके।