Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 11:51 AM
पंजाब में दिसम्बर महीने में प्रस्तावित & शहरों के कार्पोरेशन चुनावों को देखते हुए पंजाब कांग्रेस कमेटी द्वारा अलग से चुनावी घोषणापत्र जारी नहीं किया जाएगा। कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि कार्पोरेशन चुनावों के लिए कांग्रेस द्वारा पंजाब विधानसभा...
जालंधर (धवन): पंजाब में दिसम्बर महीने में प्रस्तावित & शहरों के कार्पोरेशन चुनावों को देखते हुए पंजाब कांग्रेस कमेटी द्वारा अलग से चुनावी घोषणापत्र जारी नहीं किया जाएगा। कांग्रेसी हलकों से पता चला है कि कार्पोरेशन चुनावों के लिए कांग्रेस द्वारा पंजाब विधानसभा चुनाव के समय तत्कालीन अध्यक्ष कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा शहरी विकास को लेकर किए गए वायदों को आधार बनाकर ही चुनाव लड़े जाएंगे।
कै. अमरेन्द्र सिंह ने शहरों में मास्टर प्लान के तहत गरीब बस्तियों को खत्म करने का भी वायदा किया था तथा साथ ही शहरी क्षेत्रों में शत-प्रतिशत जलापूर्ति व सीवरेज की सुविधाएं देना भी कांग्रेस के एजैंडे में शामिल था। शहरों की सड़कों को बेहतर बनाने की बात भी कही गई थी। शहरी विकास को लेकर सरकार ने अपनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री जालंधर, पटियाला व अन्य शहरों का दौरा करके ग्रांटें ऐलान कर चुके हैं। विकास कार्यों के लिए अब टैंडर लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
बताया जाता है कि विधानसभा चुनाव से पूर्व कै. अमरेन्द्र सिंह ने शहरों का मास्टर प्लान तैयार करके विकास करवाने का वायदा किया था। अभी तक तो इन शहरों में कार्पोरेशनों की कमान भाजपा व शिअद के हाथों में थी, जो पिछले समय में समाप्त हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में भी कार्पोरेशन चुनावों की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है तथा वहां पर सत्ताधारी भाजपा अलग से शहरों के लिए चुनावी घोषणापत्र लेकर आई है। पंजाब में अब तक अगर अतीत पर दृष्टि डाली जाए तो विधानसभा चुनाव वाले घोषणापत्र को आधार बनाकर ही पार्टी चुनाव लड़ती आ रही है।