Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Nov, 2017 09:41 AM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवम्बर, 2016 को नोटबंदी का निर्णय लिया था जिससे देश की अर्थव्यवस्था को कई बड़े फायदे हुए हैं व कई उद्देश्यों की पूर्ति भी हुई है।
अमृतसर(कमल): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवम्बर, 2016 को नोटबंदी का निर्णय लिया था जिससे देश की अर्थव्यवस्था को कई बड़े फायदे हुए हैं व कई उद्देश्यों की पूर्ति भी हुई है।
नोटबंदी से काले धन की वापसी हुई है। आतंकवाद में कमी आई है व नक्सली हमलों पर विराम लगा है। देश में हवाला कारोबार ठप्प होकर रह गया है। टैक्स में चोरी पर विराम लगा है। उक्त शब्द नोटबंदी के फैसले के 1 वर्ष पूरा होने पर राष्ट्रीय स्तर पर कालाधन विरोधी दिवस पर जिला भाजपा की ओर से कालेधन का पुतला जलाने दौरान जिला भाजपा अध्यक्ष एडवोकेट राजेश हनी ने कहे।
उन्होंने कहा कि देश में सरकार के इस क्रांतिकारी निर्णय के पश्चात देश की विभिन्न नगर निगमों की आमदनी में 3 गुना इजाफा हुआ है। कश्मीर में अलगाववादियों द्वारा सेना पर पत्थरबाजी में कमी आई है। बिहार और ओडिशा के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सली हमलों में 20 प्रतिशत कमी आई है। देश में 7.62 लाख फर्जी नोट जब्त किए गए हैं सवा दो लाख फर्जी कंपनियों का पंजीकरण रद्द किया गया है।
कांग्रेस 70 साल तक एक ही परिवार की सेवा करती रही। आज भाजपा देश की सेवा कर रही है। नोटबंदी केंद्र सरकार का एक बहुत बड़ा कदम है जिसको देश की जनता ने सराहा है। विपक्ष नोटबंदी के अभियान को असफल बता रहा है लेकिन सरकार का मानना है कि नोटबंदी का उद्देश्य धीरे-धीरे पूरा हो रहा है। नोटबंदी का ही नतीजा है कि 18 लाख संदिग्ध बैंक खातों की जांच हो चुकी है जिनमें 2.89 लाख करोड़ रुपए जांच के दायरे में हैं। आज सोनिया गांधी की वह चिट्ठी भी सामने आ गई है जिसमें वह तत्कालीन वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम को लूट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई रोकने को कह रही हैं। इस अवसर पर कालेधन का पुतला जलाकर नवभारत निर्माण दिवस मनाया गया। कांग्रेस नोटबंदी का विरोध कर कालेधन को बढ़ावा दे रही है।