Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jan, 2018 10:34 AM
इंडियन मैडीकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) फगवाड़ा की ओर से केन्द्र सरकार के लोकसभा में प्रस्तावित बिल राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के विरोध में मंगलवार प्रात: 6 से सायं 6 बजे तक ओ.पी.डी. सेवाएं बंद रखीं गईं। इस दौरान मरीजों को कुछ राहत देते हुए आपातकालीन सेवाओं...
फगवाड़ा(जलोटा, रमेश): इंडियन मैडीकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) फगवाड़ा की ओर से केन्द्र सरकार के लोकसभा में प्रस्तावित बिल राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के विरोध में मंगलवार प्रात: 6 से सायं 6 बजे तक ओ.पी.डी. सेवाएं बंद रखीं गईं। इस दौरान मरीजों को कुछ राहत देते हुए आपातकालीन सेवाओं को सुचारू रखा गया।
आई.एम.ए. फगवाड़ा के अध्यक्ष डा. एस. राजन ने कहा कि नैशनल मैडीकल कमीशन (एन.एम.सी.) के गठन से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि सरकार इसमें चिकित्सा जगत से जुड़े मात्र 5 लोगों को छोड़ शेष 20 ऐसे लोगों को प्रतिनिधित्व देना चाहती है जिन्हें चिकित्सा संबंधी कोई ज्ञान नहीं है। उन्होंने कहा कि एन.एम.सी. पूरी तरह आधुनिक चिकित्सा के लिए खतरनाक है। इससे स्वास्थ्य सुविधाएं, मैडीकल शिक्षा तथा मैडीकल कालेजों का स्तर गिरने का खतरा रहेगा, साथ ही शिक्षा महंगी भी होगी।
सिविल अस्पताल में डाक्टरों की पैन डाऊन हड़ताल
फगवाड़ा से रमेश अनुसार सिविल अस्पताल में डाक्टरों ने पैन डाऊन हड़ताल की जबकि सभी प्राइवेट अस्पताल सुबह 6 बजे से बंद थे। चैरीटेबल अस्पतालों में श्री विश्वकर्मा चैरीटेबल अस्पताल, बाहड़ा अस्पताल व प्राइवेट लैबोरेटरियां तक पूरी तरह से बंद रहीं।
एन.एम.सी. बिल लोकसभा में पारित नहीं होने देगी आई.एम.ए.
मैडीकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) कपूरथला की एक मीटिंग का आयोजन एसोसिएशन अध्यक्ष सुभाष लोहिया की अध्यक्षता में किया गया जिसमें एसोसिएशन से संबंधित पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। मीटिंग को संबोधित करते हुए विभिन्न प्रवक्ताओं ने कहा कि एसो. द्वारा पूरे भारत में नैशनल मैडीकल कमीशन बिल (एन.एम.सी.) का विरोध किया जा रहा है, जिसके चलते मंगलवार को डाक्टरों द्वारा पूरा दिन हड़ताल की गई।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा नैशनल मैडीकल कौंसिल आफ इंडिया को खत्म कर उसकी जगह एन.एम.सी. बनाना डाक्टरों के साथ खिलवाड़ करना है। उच्च शिक्षा प्राप्त करके आए डाक्टर कभी भी यह बर्दाश्त नहीं करेंगे। वे सरकार की मनमानियां नहीं चलने देंगे व एन.एम.सी. बिल लोकसभा में पारित नहीं होने देंगे।