Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Feb, 2018 01:41 PM
बीते सालों जब शहर नगर कौंसिल से नगर निगम बना था तो हर किसी की सोच थी कि जो करोड़ों रुपए की ग्रांटें सीवरेज व्यवस्था को दुरुस्त करने हेतु आई थीं, उससे शहर व आसपास के क्षेत्रों की सीवरेज व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त होगी। क्या ऐसा हुआ शायद नहीं? जब भी बारिश...
फगवाड़ा(मुकेश): बीते सालों जब शहर नगर कौंसिल से नगर निगम बना था तो हर किसी की सोच थी कि जो करोड़ों रुपए की ग्रांटें सीवरेज व्यवस्था को दुरुस्त करने हेतु आई थीं, उससे शहर व आसपास के क्षेत्रों की सीवरेज व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त होगी। क्या ऐसा हुआ शायद नहीं? जब भी बारिश होती है तो बरसाती पानी सड़कों पर कई-कई दिन जमा रहता है। अगर रूटीन की बात करें तो साफ दिखता है कि शहर के मध्य क्षेत्र में स्थित गऊशाला रोड की सीवरेज व्यवस्था कई दिनों से ठुस्स है। सीवरेज जाम होने से बदबूदार पानी कई दिनों से सड़कों पर जमा है।
इलाके के दुकानदार ही नहीं, बल्कि राहगीर भी सड़क पर पानी जमा होने से ईंटों पर पैर रखकर इधर-उधर जाने को मजबूर हैं। भले ही प्रशासन ने सीवरेज व्यवस्था को दुरुस्त करने हेतु मशीन भेजी और कुछ सीवरेज व्यवस्था में टैम्परेरी सुधार भी आया पर सच्चाई यह भी है कि सफाई के बावजूद गऊशाला रोड पर बदबू का आलम बरकरार है जिसके मद्देनजर प्रशासन को अति शीघ्र गऊशाला रोड की सप्लाई करवा उस पर चूने का छिड़काव करना चाहिए।
इस बाबत क्षेत्र के दुकानदारों का कहना है कि प्रशासन सालों से उनकी मार्कीट से सौतेला व्यवहार कर रहा है। इसी कारण बाजार की कई दिनों तक सुध नहीं ली जाती। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि वह गऊशाला रोड की पक्के तौर पर सीवरेज व्यवस्था दुरुस्त करवाए ताकि राहगीरों को परेशान न होना पड़े।
ऑनलाइन शिकायत का निपटारा करते हैं पहल के आधार पर : एस.डी.ओ.
सीवरेज विभाग के एस.डी.ओ. प्रदीप चटानी से बात हुई तो उन्होंने कहा कि आज जब उनके पास शिकायत पहुंची तो उन्होंने तुरन्त अपना स्टाफ भेज कर सीवरेज व्यवस्था दुरुस्त करवा दी। उन्होंने कहा कि लोग अब ऑनलाइन भी शिकायत भेज सकते हैं, जब ऑनलाइन शिकायत आती है तो उसका निपटारा पहल के आधार पर करवा दिया जाता है।
मेरे पास नहीं सीवरेज विभाग: असिस्टैंट कमिश्नर
इस बाबत असिस्टैंट कमिश्नर नगर निगम सुरजीत सिंह से बात हुई तो उन्होंने कहा कि सीवरेज विभाग उनके पास नहीं है।