Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 01:38 PM
शहर व ग्रामीण इलाकों में कई दिनों से अपने रंग में आई ठंड व घनी धुंध ने लोगों की जिंदगी में ठहराव-सा ला दिया है। पिछले कई दिनों की तरह ही बुधवार भी सुबह का आगाज गहन धुंध की चादर से हुआ। वहीं गहन धुंध के चलते जहां सड़कों पर वाहन चालकों का गुजरना...
फगवाड़ा (रूपिन्द्र कौर): शहर व ग्रामीण इलाकों में कई दिनों से अपने रंग में आई ठंड व घनी धुंध ने लोगों की जिंदगी में ठहराव-सा ला दिया है। पिछले कई दिनों की तरह ही बुधवार भी सुबह का आगाज गहन धुंध की चादर से हुआ। वहीं गहन धुंध के चलते जहां सड़कों पर वाहन चालकों का गुजरना मुश्किल हो रहा था वहीं मौत के दूत के रूप में ओवरलोडिड वाहनों की बदस्तूर आवागमन जारी रहा। जिक्रयोग्य है कि गहरी धुंध के चलते गत दिवस में कई भयानक हादसे हो चुके हैं। जिनमें 2 दिन पहले गांव चाकोकी में नौजवान लड़के व लड़की की मौत शायद की किसी को भूली हो।
इतना ही नहीं गहन धुंध के दौरान सड़क किनारे वाहन न जाने कितने ही लोगों की जाने ले चुके हैं पर हमारा पुलिस प्रशासन पता नहीं किस बात की प्रतीक्षा कर रहा है या फिर बड़े-बड़े बाबुओं की जी-हजूरी। वहीं इस संबंधी पुलिस प्रशासन का कहना है कि ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की जाती है। अब सवाल यह पैदा होता है कि अगर प्रशासन इन वाहन चालकों पर कार्रवाई कर रहा है तो तो शहर में इन ओवरलोडिड वाहनों को शहर में एंट्री कौन दे रहा है।
ऐसे करें धुंध में बचाव
वाहन चालकों को अपने वाहनों की हैड लाइट्स में यैलो बल्ब, ट्यूब या फिर यैलो पेपर, इंडीकेटर, रिफ्लैक्टर लगवाने चाहिएं। सड़क क्रॉस, टर्न व किसी वाहन को ओवरटेक करते समय जल्दी न करें। जहां तक हो सके घनी धुंध में यात्रा करने से परहेज ही करें। दोपहिया वाहन चालक हैल्मेट जरूर पहनें।
क्या कहना है ट्रैफिक इंचार्ज का
इस संबंधी जब फगवाड़ा के ट्रैफिक इंचार्ज सुच्चा सिंह से बात कि गई तो उन्होंने कहा कि ओवरलोडिड वाहनों व ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है और आगे भी की जाएगी।
आंखें मूंदे बैठा है पुलिस प्रशासन
उक्त मामलों को देखते हुए जनता ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि ओवरलोडिड वाहन चालकों जिनमें तूड़ी वाले ट्रक, गन्ने की ट्रालियां, रेता, मिट्टी व सरिए लोड होते हैं पर नकेल कसी जाए ताकि हादसों की संभावना कम की जा सके। पर हमारा पुलिस प्रशासन शायद आंखें मूंदे बैठा है। रोजाना देखने को मिलता है कि गहन आबादी वाले क्षेत्रों, बाजारों व शहर में ऐसे ओवरलोडिड वाहन बेखौफ ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए दाखिल हो रहे हैं व लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं जिनमें गांधी चौक व मंडी की तरफ को जाने वाला रास्ता व जे.सी.टी. वाली रेलवे कॉसिंग शामिल है। प्रशासन बताए कि ऐसे ओवरलोडिड वाहन चालकों की इस मनमानी को कौन रोकेगा।