Edited By Updated: 29 Jul, 2016 11:06 AM
डी.टी.ओ. कार्यालय को अंदर से भ्रष्टाचार रूपी दीमक बुरी तरह से खोखला कर चुका है। यहां काम करने वाले कर्मचारी और
जालंधर (अमित): डी.टी.ओ. कार्यालय को अंदर से भ्रष्टाचार रूपी दीमक बुरी तरह से खोखला कर चुका है। यहां काम करने वाले कर्मचारी और निजी का¨रदे अपने निजी स्वार्थ को साधने के लिए किसी के साथ भी धोखा करने से गुरेज नहीं करते।
उक्त लोग लालच में इतने अंधे हो चुके हैं कि देश के लिए अपनी जान तक न्यौछावर करने वाले, सीमाओं की रक्षा करने वाले सेना के जवानों तक को नहीं बख्शते। मूल रूप से गुजरात निवासी सेना के एक जवान जडेजा इंद्रजीत सिंह जो मौजूदा समय में जालंधर कैंट में तैनात है, से लर्निंग लाइसैंस बनाने के नाम पर राजू उर्फ कमल नामक एक निजी कारिंदे ने 500 रुपए ले लिए और रफूचक्कर हो गया।
जवान ने बताया कि वह कुछ दिन पहले ट्रैक पर अपना लाइसैंस बनवाने के लिए आया था, जहां उसकी मुलाकात राजू नामक युवक से हुई, जिसने खुद को डी.टी.ओ. कार्यालय का कर्मचारी बताते हुए 1400 रुपए लाइसैंस की फीस बताई व कहा कि यहां किसी से भी राजू या कमल पूछोगे, वह मेरे बारे में बता देगा। जवान ने बताया कि वह उसकी बातों में आ गया और उसे 500 रुपए एडवांस दिए, साथ ही अपना ओरिजनल सर्वसि सर्टीफिकेट तक दे दिया। उक्त युवक ने अगले दिन सुबह 10 बजे बुलाया, मगर तब से लेकर आज तक उक्त युवक न तो दोबारा वहां मिला और न ही उसका दिया हुआ मोबाइल नं. 85288-48678 मिल रहा है। अब वह इस मामले की शिकायत पुलिस के पास भी करेगा।