Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jan, 2018 10:15 AM
शिक्षण सत्र के अंतिम पड़ाव, जब बच्चों की पढ़ाई पूरे जोरों पर है तथा वाॢषक परीक्षाएं सिर पर खड़ी हैं, प्रशासन द्वारा बी.एल.ओज व अध्यापकों को डाटा एंट्रियों के लिए मजबूर किया जा रहा है। जिला प्रशासन पर शिक्षा के प्रति नकारात्मक रवैये का आरोप लगाते हुए...
होशियारपुर (जैन): शिक्षण सत्र के अंतिम पड़ाव, जब बच्चों की पढ़ाई पूरे जोरों पर है तथा वाॢषक परीक्षाएं सिर पर खड़ी हैं, प्रशासन द्वारा बी.एल.ओज व अध्यापकों को डाटा एंट्रियों के लिए मजबूर किया जा रहा है। जिला प्रशासन पर शिक्षा के प्रति नकारात्मक रवैये का आरोप लगाते हुए अध्यापक संगठनों व बी.एल.ओज ने विरोध जताने के लिए सड़कों पर उतरने का ऐलान किया है। अध्यापक नेताओं प्रिं. अमनदीप शर्मा, सुनील कुमार व अजीव द्विवेदी ने आज यहां बताया कि इस संबंधी संघर्ष की रणनीति तैयार करने के लिए 20 जनवरी को होशियारपुर में हंगामी बैठक बुलाई गई है।
यह बैठक 20 जनवरी की सुबह मॉडल टाऊन स्थित शहीद ऊधम सिंह पार्क में होगी। अध्यापक नेताओं ने कहा कि अध्यापक वर्ग अफसरशाही के दोहरे मापदंडों व तानाशाही रवैये में पिस रहा है। हैरानी की बात है कि शिक्षा अधिकारियों को भी इसकी कोई चिंता नहीं है। अब अध्यापक और ज्यादा जब्र सहने को तैयार नहीं हैं। डाटा एंट्रियों के बायकाट का जो ऐलान किया गया है, उसे ठोस रूप में अमल में लाया जाएगा। उन्होंने जिलेभर के अध्यापक संगठनों व कर्मचारी नेताओं को इस बैठक में शामिल होने की अपील की। इस मौके विकास शर्मा, बलजीत सिंह, अजीत सिंह व दविन्द्र सिंह भी मौजूद थे।