Edited By Updated: 01 Jul, 2016 10:53 AM
मनरेगा स्कीम पंजाब में दम तोड़ती नजर आ रही है। पंजाब सरकार मनरेगा स्कीम को लागू करने में गंभीर नजर नहीं आ रही।
फाजिल्का : मनरेगा स्कीम पंजाब में दम तोड़ती नजर आ रही है। पंजाब सरकार मनरेगा स्कीम को लागू करने में गंभीर नजर नहीं आ रही। इस बात का खुलासा आर.टी.आई. द्वारा मांगी गई सूचना से मिलता है।
आर.टी.आई. विंग (आम आदमी पार्टी) पंजाब के सह इंचार्ज दिनेश चड्ढा, टीम सदस्य नवनीत कुमार फाजिल्का, टीम सदस्य भगत सिंह चिमनेवाला व पंजाब यूथ वालंटियर उपाध्यक्ष समरबीर सिंह संधू ने बताया कि फाजिल्का जिला के संबंध में सभी ब्लाकों की आर.टी.आई. सूचना ने पंजाब सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के लिए किए गए कार्यों की पोल खोल कर रख दी है क्योंकि मनरेगा मजदूर की 70 प्रतिशत संख्या अनुसूचित जाति से संबंध रखती है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2014-2015 के दौरान जिला फाजिल्का में मनरेगा मजदूरों की कार्डधारक संख्या 79845 है, लेकिन इस दौरान केवल 58 मजदूरों को ही वर्ष में पूर्ण 100 घंटे का रोजगार ही मिल सका। उन्होंने बताया कि जिले के ब्लाक अरनीवाला में किसी को भी 100 दिन का रोजगार नहीं मिला, जबकि कार्डधारक संख्या 8445 है। इसी प्रकार अबोहर ब्लाक में 7 मजदूरों को, फाजिल्का में 4 मजदूरों को, जलालाबाद में 23 मजदूरों, खुइयां सरवर में 24 मजदूरों को ही रोजगार मिल पाया, जबकि उक्त ब्लाकों में कार्डधारकों की क्रमवार संख्या 16802, 15294, 25648 व 13656 है। उन्होंने कहा कि अपने आप को किसान, मजदूर हितैषी कहलाने वाली सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। +