Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Feb, 2018 03:56 PM
राज्य में दूध की चल रही कमी के चलते मिलावटखोरों ने सिर उठाना शुरू कर दिया है। हालात इस कद्र बदत्तर चल रहे हैं कि कुछ.....
फिरोजपुर(जैन): राज्य में दूध की चल रही कमी के चलते मिलावटखोरों ने सिर उठाना शुरू कर दिया है। हालात इस कद्र बदत्तर चल रहे हैं कि कुछ मिलावटखोरों द्वारा देसी घी के नाम पर लो फैट कुकिंग ऑयल को महंगे दामों पर बेचकर आम जनता के स्वास्थ्य से सीधे तौर पर खिलवाड़ कर रहे हैं, जिसके चलते आम नागरिकों को जहां आर्थिक शोषण हो रहा है, वहीं अनेको बीमारियों का प्रसार हो रहा है। इस बात का खुलासा जिला फूड इंस्पैक्टर मंजिन्द्र सिंह ढिल्लों ने व्यापारियों के साथ आयोजित इस मीटिंग में किया।
रिफाईंड व डाल्डा में मिला रहें देसी घी का सैंस
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा: राजिन्द्र मनचंदा के नेतृत्व में आयोजित इस मीटिंग में अधिकारियों ने व्यापारियों से कहा कि वह मिलावटखोरी पर अंकुश लगाने में विभाग को पूरा सहयोग करे और जल्द सभी का फूड सेफ्टी लाइसैंस बनवाएं और जिनके पुराने हो चुके है उसे जल्द रिन्यू करवाएं। इंस्पैक्टर ढिल्लों ने कहा कि लो फैट घी में मिलावटखोरों द्वारा रिफाईंड, डाल्डा घी व देसी घी का सैंस मिलाकर जनता को भ्रमित किया जा रहा है। जिससे ह्रदय, पेट रोग हो सकते हैं।
इन्हें हुआ हजारों का जुर्माना
अधिकारियों ने बताया कि पिछले दिनों दूध से बनने वाले उत्पादों के सैंपल भरे गए थे। जिसमें एडिशनल डिप्टी कमिशनर ने अग्रसैन चौंक के नजदीक एक बार को 30 हजार, मल्लांवाल रोड़ पर एक मशहूर हलवाई को 30 हजार व जीरा की एक स्वीटस शॉप को 40 हजार रूपए जुर्माना किया है।
व्यापारी बोले: सहयोग देने को तैयार
व्यापार मंडल के अध्यक्ष रूप नारायण सिंगला, चैयरमेन नानक चंद, सचिव बलवंत सिंह सिकरी के अलावा केवल, घनश्याम, चिंटू, निखिल, महेश, बम्बू, गोल्डी, हरीश, दीपक ने कहा कि उनका व्यापार मंडल स्वास्थ्य विभाग को हरसंभव सहयोग देने को तैयार हैं। उन्होनें कहा कि अपने स्तर पर खाद्य पदार्थ बेचने वाले व्यापारियों से अपील करेंगे कि वह जल्द फूड सेफ्टी लाइसैंस बनवाएं और मिलावटी सामान बेचने से परहेज करें।