Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Mar, 2018 02:21 PM
गिद्दड़बाहा के समीपवर्ती गांव हुसनर की मधीर रोड पर माहौल उस समय गर्मा गया जब उक्त गांव की ढाणी में स्थित करीब 12 परिवारों और गांव वासियों द्वारा ढाणी के पास बने राइस शैलर के मालिकों, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और स्थानीय सिविल प्रशासन के विरुद्ध...
गिद्दड़बाहा (कुलभूषण): गिद्दड़बाहा के समीपवर्ती गांव हुसनर की मधीर रोड पर माहौल उस समय गर्मा गया जब उक्त गांव की ढाणी में स्थित करीब 12 परिवारों और गांव वासियों द्वारा ढाणी के पास बने राइस शैलर के मालिकों, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और स्थानीय सिविल प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी शुरू कर दी गई। ढाणी निवासियों सुखदेव सिंह, गुरजीत सिंह, बलजीत कौर और बलदेव सिंह आदि ने बताया कि वह अपने परिवारों समेत उक्त जगह पर वर्ष 1970 से लगातार रहते आ रहे हैं, जबकि साल 2003 में नीलकंठ राइस मिल्ज के नाम पर एक शैलर उनके घरों के नजदीक लगाया गया था। शैलर में से उनके घरों में लगातार चावलों का छिलका और काली राख गिर रही है, जिस कारण उनको अपने घरों में ही रहने में दिक्कतें पेश आ रही हैं।
उन्होंने बताया कि चावलों के छिलके और काली राख के कारण उनके पारिवारिक सदस्य सांस और दमे की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं और दमे के चलते ही सुखमंदर सिंह पुत्र चेत सिंह और गुरदीप कौर पत्नी सुखमंदर सिंह की कुछ समय पहले मौत भी हो चुकी है। अब उनके छोटे-छोटे बच्चे भी सांस और दमे की गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं जबकि वह कई बार शैलर मालिकों, डायरैक्टर फूड सप्लाई विभाग कंट्रोलर चंडीगढ़, इंचार्ज पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड पटियाला और बठिंडा के अलावा डिप्टी कमिश्नर श्री मुक्तसर साहिब और स्थानीय एस.डी.एम. साहिब को पत्र लिख कर विनती कर चुके हैं परंतु किसी ने भी इस समस्या का कोई हल नहीं निकाला। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की कि उनकी इस समस्या का जल्दी हल किया जाए नहीं तो वह अपने संघर्ष को तेज करेंगे और धरने प्रदर्शन भी करेंगे।