Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jan, 2018 10:22 AM
र्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते मैदानी क्षेत्रों में ठंड का प्रकोप बढ़ा, जिससे बठिंडा का तापमान गिर कर 2.6 डिग्री सैल्सियस पर पहुंचा। घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम हुई व प्रदेश में बठिंडा सबसे ठंडा रहा। ठंड के चलते आम लोगों ने आग का सहारा...
बठिंडा(आजाद): पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते मैदानी क्षेत्रों में ठंड का प्रकोप बढ़ा, जिससे बठिंडा का तापमान गिर कर 2.6 डिग्री सैल्सियस पर पहुंचा। घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम हुई व प्रदेश में बठिंडा सबसे ठंडा रहा। ठंड के चलते आम लोगों ने आग का सहारा लिया, जबकि फुटपाथों पर बेसहारा ठिठुरते नजर आए। वहीं आने वाले 24 से 48 घंटों के दौरान कोल्ड-डे की स्थिति में बढ़ौतरी होगी तथा पूर्वी व कुछ उत्तरी जिलों में धुंध रहेगी, जिसके चलते कई जगहों पर सूरज भी नहीं निकलेगा।
इस संबंध में मौसम विभाग का कहना है कि जहां सुबह धुंध नहीं होगी, वहीं साल के पहले हफ्ते में 1 से 3 डिग्री सैल्सियस सुबह के पारे के साथ कोहरे के आसार रहेंगे, जिनमें बठिंडा, फिरोजपुर, फरीदकोट व गंगानगर का एरिया शामिल है। जनवरी के दूसरे हफ्ते के अंत में बारिश हो सकती है। मैक्स अस्पताल की एम.डी. मैडीसिन शिल्पा गुप्ता कहती हैं कि मौसम में बदलाव के कारण छाती की जकडऩ, गले की खराबी, बुखार, जुकाम आदि बीमारियों में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि लोग बाहर का खाना खाने से परहेज करें। सुबह-शाम जितना संभव हो घर से बाहर न निकलें।
नवम्बर में किसानों द्वारा लगातार पराली जलाने के साथ खेतों में पानी लगाने से हवा में नमी की मात्रा 98 फीसदी तक बढ़ गई थी और नवम्बर में घनी स्मॉग के चलते विजिबिलिटी घट कर 0 रह गई थी। अब 50 दिन बाद वैस्टर्न डिस्टरबैंस के चलते नॉर्थ की शीत लहरों के चलने से हवा में नमी 99 फीसदी पहुंच गई है, जिसके चलते नववर्ष की पहली सुबह और शाम को घना कोहरा पडऩे से विजिबिलिटी कम हुई। मंगलवार सुबह के बाद हवा में नमी 97 फीसदी हो गई थी व विजिबिलिटी फिर से कम होने पर वाहन रेंगते नजर आए। बेशक दिन के समय धूप ने लोगों को राहत दी है।