Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jan, 2018 05:18 PM
पंजाब सरकार द्वारा 0 से 5 एकड़ जमीन के मालकी वाले किसानों के सहकारी सोसायटियों के कर्जे की जो पहली लिस्ट जारी की गई है उसमें बड़े स्तर पर घपले की आशंका जताई जा रही है। किसानों का रोष है कि इन लिस्टों में ऐसे किसानों के नाम हैं जिनके पास मोटी जमीनें...
संगत मंडी(मनजीत): पंजाब सरकार द्वारा 0 से 5 एकड़ जमीन के मालकी वाले किसानों के सहकारी सोसायटियों के कर्जे की जो पहली लिस्ट जारी की गई है उसमें बड़े स्तर पर घपले की आशंका जताई जा रही है। किसानों का रोष है कि इन लिस्टों में ऐसे किसानों के नाम हैं जिनके पास मोटी जमीनें हैं, परन्तु ऐसे बहुत से किसानों के नाम लिस्ट से गायब हैं जिनके पास सिर्फ अढ़ाई एकड़ जमीन है।
इसके चलते गांव चुग्घे कलां में किसानों द्वारा भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के ब्लाक कोषाध्यक्ष जगसीर सिंह झुंबा के साथ मिलकर सोसायटी सचिव व संबंधित विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर ब्लाक कोषाध्यक्ष ने बताया कि विधान सभा चुनाव से पहले सरकार द्वारा किसानों के समूह कर्जे पर लकीर मारकर खत्म करने की बात की गई थी परन्तु अब कैप्टन सरकार कर्जा माफी से भाग रही है। उन्होंने कहा कि सोसाइटियों से कर्जा उठाने वाले किसानों को बड़ी गिनती में कर्जा माफी वाली लिस्ट से बाहर कर दिया गया जिससे गांव-गांव किसानों में सरकार प्रति भारी रोष पाया जा रहा है।