Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 09:41 AM
विजीलैंस विभाग की अलग-अलग टीमों की तरफ से लगातार दूसरी बार आर.टी.ए. (रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी) के दफ्तर में डी.एस.पी. कंवलजीत कौर व ऑटोमेटिड ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक पर विजीलैंस थाना मुखी अमृतसर की तरफ से रेड की गई है।
अमृतसर(नीरज): विजीलैंस विभाग की अलग-अलग टीमों की तरफ से लगातार दूसरी बार आर.टी.ए. (रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी) के दफ्तर में डी.एस.पी. कंवलजीत कौर व ऑटोमेटिड ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक पर विजीलैंस थाना मुखी अमृतसर की तरफ से रेड की गई है।
इस कार्रवाई में विजीलैंस टीम ने आर.टी.ए. दफ्तर में तैनात कर्मचारियों की हाजिरी चैक की और प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों के आईकार्ड चैक किए जो उनको नहीं मिले, इसके अलावा दफ्तर में काम कर रहे कर्मचारियों की स्टील फोटोग्राफ भी करवाई गई। इसी प्रकार से ऑटोमेटिड ड्राइविंग टैस्ट ट्रैक पर ड्राइविंग टैस्ट दे रहे लोगों की वीडियोग्राफी की गई और रिकार्ड भी चैक किया गया। यहां पता चला था कुछ कर्मचारी ड्राइविंग टैस्ट दिए बिना ही लोगों के ड्राइविंग लाइसैंस बना रहे हैं।
जानकारी के अनुसार सत्ताधारी पार्टी के एक नेता की तरफ से विजीलैंस विभाग को आर.टी.ए. दफ्तर के कर्मचारियों संबंधी शिकायत की गई है। पता चला है कि उक्त नेता की बसों को आर.टी.ए. ने उस समय बंद किया था जब सी.एम. कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पूरे पंजाब में अवैध रूप से बिना परमिट चल रही बसों को बंद करने के आदेश दिए थे। इस मामले में आर.टी.ए. भी बुरी तरह से फंसे नजर आ रहे हैं, क्योंकि यदि सी.एम. के आदेशों का उल्लंघन करते हैं तो सीधी कार्रवाई होती है जिससे कोई बचा नहीं सकता है, यदि सत्ताधारी पार्टी के नेता की बसों को बंद करते हैं, वे भी पीछे पड़ जाते हैं।
पिछले वर्षों के दौरान एक डी.टी.ओ. को इसलिए कई महीनों तक बिना किसी लिखित कारण के सस्पैंड रखा गया था कि उसने पूर्व अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के एक बड़े नेता की बसों को बंद कर दिया था। हालांकि मौजूदा समय में सी.एम. कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने ही डी.टी.ओ. दफ्तरों को बंद करके आर.टी.ए. दफ्तर बनाया है और इस कार्रवाई के पीछे भ्रष्टाचार पर नकेल डालने का दावा किया है।